29 जून, 2012

कांग्रेस ने डूबोई देश की अर्थव्यवस्था-कुलदीप बिश्नोई




चंडीगढ़, 28 जून : हरियाणा जनहित कांग्रेस (बी एल) के अध्यक्ष एवं सांसद कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि यूपीए सरकार के घपलों, घोटालों और गलत नीतियों से देश की अर्थव्यवस्था डांवाडोल हो चुकी है तथा देश का किसान, व्यापारी, कर्मचारी समेत हर वर्ग त्राही-त्राही कर रहा है। सांसद ने कहा कि बीते 6 महीने में रूपया डॉलर के मुकाबले लगभग 20 फीसदी गिर चुका है। भारत की औद्योगिक विकास दर में 3.5 प्रतिशत की गिरावट आई है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह एवं मोंटेक सिंह आहलूवालिया जैसे प्रसिद्ध अर्थशास्त्री होने के बावजूद देश की अर्थव्यवस्था में चौंकाने वाली गिरावट आना दर्शाता है कि कांग्रेस की आर्थिक नीतियां देश तथा आम आदमी को डूबोने का काम किया। बेरोजगारी और महंगाई दोनों सुरसा के मुंह की तरफ बढ़ रही हैं। केन्द्र एवं प्रदेश की भ्रष्ट हुड्डा सरकार के घपले-घोटाले रोज उजागर हो रहे हैं।
सांसद ने कहा कि यूपीए सरकार की अर्थव्यवस्था पर से पकड़ बिल्कुल छूट चुकी है, जिसका खामियाजा लोगों को बेलगाम महंगाई के रूप में भुगतना पड़ रहा है। जीडीपी की वृद्धि दर गिर रही है, वहीं औद्योगिक उत्पादान की दर नकारात्मक हो चुकी है तथा नए रोजगार पैदा न होने की वजह से देश में पढ़े-लिखे बेरोजगारों की फौज बढ़ रही है। हजकां अध्यक्ष ने कहा कि यूपीए ने खाद्य कुप्रबंधन का भी रिकार्ड कायम किया है। रिकार्ड कृषि उत्पादन और सरकार के गोदामों में रिकार्ड खाद्यान्न भंडार के बावजूद खाद्य वस्तुओं की महंगाई आसमान छूना दर्शाता है कि कालाबाजारी और बिचौलिए अपना घर भर रहे हैं और खाद्य वस्तुओं की कृत्रिम कमी पैदा की जा रही है।
सांसद ने कहा कि केन्द्र एवं प्रदेश की हुड्डा सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हुई हैं और देश एवं प्रदेश का हर वर्ग कांग्रेस के कुशासन से तंग आ चुका है। करोड़ों, अरबों रूपयों के घोटालों को अंजाम देकर जहां यूपीए सरकार जहां गिरती अर्थव्यवस्था के संकट के दौर से गुजर रही है, वहीं प्रदेश की हुड्डा सरकार पर 60 हजार करोड़ रूपए का भारी भरकम कर्ज है, जो हुड्डा सरकार की गलत नीतियों की देन है। कर्ज के बोझ तले दबी हुड्डा सरकार के पास कर्मचारियों तथा बुढ़ापा पैंशन बांटने तक के लिए पैसे नहीं है। उन्होंने कहा कि हुड्डा सरकार के कुशासन का आलम यह है कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति इतनी बदतर हो गई है कि महिलाएं, बच्चे तक सुरक्षित नहीं है। पिछले 7 सालों में हजारों की संख्या में ऐसे व्यापारियों को बदमाश अपनी गोली का निशाना बना चुके हैं, जिन्होंने फिरौती देने से मना कर दिया था। सांसद ने कहा कि यूपीए एवं हुड्डा सरकार के दिन अब गिनती के बचे हैं और ज
नता एनडीए के शासनकाल को याद कर रही है। उन्होंने कहा कि केन्द्र में राजग तथा हरियाणा में हजकां-भाजपा गठबंधन की सरकार बनना अब तय है।

23 मार्च, 2012

प्रदेश में महिलाएं सुरक्षित नहीं : कुसुम


पानीपत, मुख्य संवाददाता : हरियाणा जनहित कांग्रेस महिला विंग की प्रदेश अध्यक्ष कुसुम शर्मा ने कहा है कि प्रदेश में महिलाएं सुरक्षित नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में चालू वर्ष के 80 दिनों के दौरान 110 से अधिक महिलाओं के साथ गैंगरेप की घटना हो चुकी हैं। महिलाओं पर अत्याचार बढ़ने के बावजूद सरकार आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। शर्मा बृहस्पतिवार को पानीपत दौरे के दौरान हजकां जिला कार्यालय में एक पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रही थीं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में दो तरह का कानून इन दिनों चल रहा है। पुरुषों के लिये अलग और महिलाओं के लिये अलग। क्योंकि गुड़गांव में हुए गैंग रेप के बाद वहां के आइजी का यह कहना कि रात्रि 8 बजे के बाद किसी दफ्तर में कार्य करने से पूर्व महिलाएं लेबर कार्यालय से पहले अनुमति ले। इस तरह के बयान से प्रतीत होता है कि सरकार तो सरकार अधिकारियों को भी महिलाओं की चिंता नहीं है।
हजकां महिला प्रदेश अध्यक्ष शर्मा ने कहा कि विगत पांच महीने से बुजुर्ग , विकलांग और विधवा महिलाओं को पेंशन के लिए दर दर की ठोकर खानी पड़ रही हैं। यदि समय रहते प्रदेश के मुख्यमंत्री ने महिलाओं पर बढ़ रहे अपराध को नहीं रोका तो हजकां-भाजपा महिला विंग हजकां सुप्रीमो कुलदीप बिश्नोई के निर्देश पर 2 अप्रैल से प्रदेश भर के जिला उपायुक्त का घेराव करेगी। इसके अतिरिक्त प्रत्येक जिला में 21 महिलाओं का प्रतिनिधिमंडल जिला उपायुक्त को ज्ञापन सौंपेगी। इस अवसर पर हजकां प्रदेश कार्यकारणी के सदस्य प्रेम बजाज ने कहा कि प्रदेश में कानून नाम की कोई चीज नहीं रह गई है। यदि सरकार ने समय रहते नियंत्रण नहीं किया तो हजकां आंदोलन करेगी। इस अवसर पर हजकां करनाल लोकसभा प्रभारी डी एन त्यागी, युवा जिला अध्यक्ष सुरेश गुर्जर, संजय कादयान, प्रेमवती कश्यप, मुकेश जागलान सहित बड़ी संख्या में हजकां पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित थे।

29 फ़रवरी, 2012

जरुरतमंद को मिलना चाहिए आरक्षण: कुलदीप बिश्रोई

सिरसा। प्रदेश में आरक्षण जरुरतमंद को मिलना चाहिए चाहे वो किसी भी जाती से हो। ये बात हरियाणा जनहित कांग्रेस के अध्यक्ष कुलदीप बिश्रोई ने सिरसा में कही। वे ऐलनाबाद में पार्टी कार्यालय का उद्घाटन करने के बाद सिरसा में सुरखाब पर्यटन स्थल में प्रेस से बात कर रहे थे। वहीं ऐलनाबाद में इनेलो के वरिष्ठ नेता शंभूदयाल, चेतराम चकेरिया व नंदलाल ने अपने सैंकड़ों समर्थकों सहित इनेलो छोड़कर हजकां में शामिल होने की घोषणा की। ऐलनाबाद में हुई एक जनसभा में हजकां अध्यक्ष व सांसद कुलदीप बिश्नोई ने उनका स्वागत किया तथा हजकां में भरपूर मान-सम्मान देने का वायदा किया।

सांसद कुलदीप बिश्रोई ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुडडा चाहते तो जाट समुदाय आंदोलन करने को मजबूर नहीं होता। हुडडा को चाहिए था कि इस मामले में टाल-मटोल करने की बजाय समुदाय के लोगों के बीच बैठकर अपनी स्थिति स्पष्ट कर देते। उन्होंने कहा कि अपनी मांगों को लेकर राष्ट्रीय संपत्ति का नुकसान करना एक अच्छे नागरिक का कर्तव्य नहीं है और जाट समुदाय का प्रदर्शन शांति पूर्ण तरीके से होना चाहिए। हजकां-भाजपा गठबंधन आर्थिक, सामाजिक व शैक्षिक आधार पर पिछड़े लोगों को आरक्षण देने का पक्षधर है न कि जातीय आधार पर।

बिश्नोई ने सर्वोच्च न्यायालय द्वारा नदियों को जोडऩे के आदेश के संबंध में कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री की दूरदर्शिता थी कि उन्होंने अपने प्रधानमंत्री काल में देश भर की नदियों को जोडऩे का बीड़ा उठाया था। इसी के तहत सतलुज और यमुना नदियों को जोडऩे वाली एसवाईएल का निर्माण भी पूरा होना चाहिए। उन्होंने कहा कि एसवाईएल नहर के निर्माण का कार्य की शुरूआत पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय चौ. भजनलाल के व्यक्तिगत प्रयासों से हुई थी। चौ. भजनलाल ने ही नहर निर्माण का 98 प्रतिशत कार्य अपने मुख्यमंत्री काल में पूरा करवाया था। उन्होंने नहर के निर्माण के लिए न केवल प्रधानमंत्री आवास पर प्रदर्शन किया बल्कि माननीय न्यायालय में भी पुरजोर तरीके से वकालत की।

बिश्नोई ने कहा एसईजेड मामले में भूपेंद्र हुडडा व मुकेश अंबानी के खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज किया जाए। उन्होंने एसईजेड में एक लाख करोड़ रुपए का विदेशी निवेश करवाने व दस लाख लोगों को रोजगार देने के झूठे सब्जबाग दिखाए। उन्होंने कहा कि सरकार ट्रेड यूनियनों से बातचीत करके उनकी जायज मांगों को तुरंत स्वीकार करे ताकि कर्मचारी आंदोलन करने को मजबूर न हों। इस अवसर पर उनके साथ वरिष्ठ भाजपा नेता व पूर्व मंत्री प्रोफेसर गणेशीलाल, जिला अध्यक्ष कुलदीप भांभू, लोकसभा प्रभारी वीरभान मेहता, कुलवंत सिंह बराड़, हलका प्रधान शेर सिंह जांगड़ा, युवा जिलाध्यक्ष विशाल वर्मा, ओमप्रकाश फुटेला, जीतराम चालिया सहित भारी संख्या में हजकां-भाजपा नेता उपस्थित थे।

24 फ़रवरी, 2012

राज्यपाल का कथन सच्चाई से दूर : बिश्नोई


चंडीगढ़): हरियाणा जनहित कांग्रेस के अध्यक्ष व सांसद कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि विधानसभा सत्र के अभिभाषण में राज्यपाल ने राज्य को देश के अग्रणी राज्यों में बताया है। उनका यह कथन सच्चाई से कोसों दूर है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर राज्यपाल के हाथों में अपने बखान का पुलिंदा  थमा दिया।
राज्यपाल कुशल राजनीतिज्ञ व सुलझे हुए व्यक्तित्व होने के नाते सबके आदरणीय हैं। इसलिए उन्हें सदन में दिए गए अभिभाषण के तथ्यों की सच्चाई जानकर ही वक्तव्य देना चाहिए था। राज्य सरकार को भी अपने राजनैतिक स्वार्थों के लिए राज्यपाल की गरिमा का दुरुपयोग नहीं करना चाहिए था।
बिश्नोई ने कहा कि हरियाणा प्रदेश के वास्तविक धरातल की स्थिति राज्यपाल अभिभाषण में किए गए गुणगान से बिल्कुल अलग है। सरकार पर करीब 52 हजार करोड़ रूपए का भारी-भरकम कर्ज है।  सांसद ने कहा कि मौजूदा सरकार ने बीते सात सालों में प्रदेश की जीवन रेखा कहलाने वाली एस.वाई.एल. के मुद्दे को सुलझाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया जिससे प्रदेश की लाखों एकड़ भूमि ङ्क्षसचाई के अभाव में बंजर पड़ी है। 

24 जनवरी, 2012

'भ्रष्टाचार और महंगाई से बचाव के लिए बदलाव जरूरी'


बल्लभगढ़, संवाद सहयोगी : हरियाणा जनहित कांग्रेस के सुप्रीमो व हिसार से सांसद कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि प्रदेश को भ्रष्टाचार, महंगाई से बचाने के लिए सरकार में बदलाव जरूरी है। यह बदलाव केवल जनता ही ला सकती है। इसके लिए लोगों को जागरूक होना होगा।
कुलदीप बिश्नोई सुभाष कालोनी में आयोजित हजकां-भाजपा गठबंधन जनसभा को संबोधित कर रहे थे। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व तिगांव से विधायक कृष्णपाल गुर्जर विशिष्ट अतिथि व आयोजन हजकां के पूर्व युवा अध्यक्ष योगेश शर्मा ने किया।
कुलदीप ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री स्व.भजन लाल के कार्यकाल में प्रदेश ने जितनी तरक्की की थी, उतनी कभी नहीं नहीं की। इनेलो सरकार में गुंडों व बदमाशों का राज था, तो कांग्रेस में महंगाई व भ्रष्टाचार का बोलबाला है। दोनों सरकारों ने प्रदेश को काफी पीछे कर दिया है। लोग बिजली, पानी, सड़क, सीवर, अच्छी शिक्षा के लिए तरस रहे हैं। कांग्रेस नेता अपने खजाने भरने में लगे हुए हैं। भ्रष्टाचार में लिप्त नेताओं की संपत्ति की जांच सीबीआई से नहीं बल्कि देश के मुख्य न्यायाधीश से कराई जाए।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि कांग्रेस सरकार दो तरह का राज करती है। एक तो जहां हर प्रकार सुविधा मिलती है, जैसे रोहतक में व दूसरा जहां लोगों को मूलभूत सुविधा भी मुहैया नहीं हो। इसमें जिला फरीदाबाद का नाम सबसे पहले हैं। कंाग्रेस की न तो नीति ठीक है और न ही नीयत।
जनसभा के आयोजक योगेश शर्मा ने अतिथियों का पगड़ी पहनाकर स्वागत किया। कार्यक्रम में हजकां के जिला अध्यक्ष डा.तेजपाल शर्मा, भाजपा युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष सूरज मान, पूर्व उपमहापौर रेणू भाटिया, भाजपा के राष्ट्रीय किसान मोर्चा के कार्यकारिणी सदस्य मूलचंद शर्मा, पूर्व पार्षद सुरेंद्र तेवतिया, सीमा त्रिखा, नरेंद्र गुप्ता ने भी सभा को संबोधित किया। इस मौके पर भाजपा लीगल सेल के प्रदेश उपाध्यक्ष शिवदत्त वशिष्ट मुख्य रूप से मौजू

20 जनवरी, 2012

हिरणों के शिकारियों पर तुरंत कसे शिकंजा: बिश्रोई

चंडीगढ़। हरियाणा जनहित कांग्रेस के अध्यक्ष एवं सांसद कुलदीप बिश्नोई ने आदमपुर एवं अन्य क्षेत्रों में काले हिरणों के हो रहे बेखौफ शिकार पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए वन्य प्राणी एवं जीव रक्षा विभाग के अधिकारियों से शिकारियों पर तुरंत शिकंजा कसे जाने की मांग की है। 

सांसद ने कहा कि दुर्लभ प्रजाती के जीवों का शिकार करना गंभीर अपराध है और ऐसे लोगों को कड़ी से कड़ी सज़ा दी जानी चाहिए। हजकां अध्यक्ष कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि पिछले एक सप्ताह के दौरान आदमपुर क्षेत्र में दुर्लभ प्रजाति के 4 काले व 2 मादा हिरणों का शिकार तथा सिरसा जिले के गांव जंडवाला बिश्नोईयान में चार हिरणों की मौत से वन्य जीवों के अस्तित्व पर खतरे के बादल मंडराने लगे हैं।

दुर्लभ प्रजाति के वन्य जीवों की रक्षा करने में वन्य प्राणी एवं जीव रक्षा विभाग पूरी तरह से विफल रहा है और पिछले काफी समय से हरियाणा में काले हिरणों का शिकार हो रहा है। काले हिरणों के लगातार हो रहे शिकार से बिश्नोई समाज समेत हर वर्ग के लोगों में गहरा रोष व्याप्त है। 

हजकां अध्यक्ष ने कहा कि आदमपुर क्षेत्र में हिरणों के अलावा नीलगाय, चिंकारा, खरगोश, मोर, तीतर, चील आदि वन्य जीव कभी बहुतायत मात्रा में आसानी से पाए जाते थे, परंतु पिछले कुछ वर्षों से यहां जंगलों की अंधाधुंध कटाई एवं वन्य जीवों के शिकार से इनकी संख्या में भारी कमी आई गई है और कई प्रजातियां तो यहां लुप्त होने के कगार पर है। वन्य जीवों की लगातार घटती संख्या से पर्यावरण के लिए भी घातक सिद्ध हो सकती है, इसलिए सरकार को दुलर्भ प्रजाति समेत वन्य जीवों की रक्षा के लिए विशेष कदम उठाने चाहिएं।

07 जनवरी, 2012

किसानों के मुद्दे पर संसद में बोले कुलदीप

एनबीटी न्यूज ॥ हिसार : हरियाणा जनहित कांग्रेस (बीएल) के अध्यक्ष एवं सांसद कुलदीप बिश्नोई ने लोकसभा में एसवाईएल के निर्माण की मांग को उठाने के बाद मंगलवार को लोकसभा में फतेहबाद जिला के गोरखपुर में पिछले लंबे समय से धरने पर बैठे किसानों की मांगों को लेकर जोरदार आवाज उठाई। कुलदीप बिश्नोई ने संसद में कहा कि सरकार द्वारा प्रस्तावित गोरखपुर परमाणु संयत्र के विरोध में फतेहाबाद जिले के 30 गांवों के किसान पिछले 16 महीनों से धरने पर बैठे हैं, परंतु असंवेदनशील हो चुकी कांग्रेस सरकार का इन किसानों की तरफ कोई ध्यान नहीं है। सांसद कुलदीप बिश्नेाई ने कहा कि इस परमाणु संयत्र के लगने से जहां किसानों की 1500 एकड़ उपजाऊ कृषि भूमि अधिग्रहीत होगी, वहीं केन्द्र सरकार यहां परमाणु संयंत्र लगाकर परमाणु ऊर्जा नियामक बोर्ड के नियमों का भी उल्लंघन किया जा रहा है। नियमों के अनुसार परमाणु बिजली प्लांट 10 हजार आबादी वाले क्षेत्र से करीब 6.6 किलोमीटर दूर होना चाहिए। सांसद ने आग्रह किया कि केन्द्र सरकार तुरंत इस प्रस्तावित प्लांट को रद्द करे, क्योंकि यहां की भूमि कृषि के लिए बहुत ही उपजाऊ है और यहां गेहूं, चावला, कपास, सरसों आदि की फसलें होती हैं। इसके अतिरिक्त परमाणु बिजली संयंत्र लगाने मानव जाति के लिए भी खतरनाक साबित हो सकता है। गोरखपुर में परमाणु बिजली संयंत्र लगाकर सरकार किसानों और लाखों लोगों के जीवन से खिलवाड़ कर रही है। इस प्रस्ताव को तुरंत प्रभाव से रद्द किया जाए और गोरखपुर के किसानों की भूमि को उन्हें वापिस किया जाए।

सत्ता के लिए एचजेसी-बीजेपी बनाएंगी रोडमैप

प्रमुख संवाददाता ॥ चंडीगढ़ 

हरियाणा में सियासत की जड़ें जमाने में जुटी एचजेसी तथा बीजेपी ने गठबंधन के कार्यक्रमों के लिए एक को-ऑर्डिनेशन कमिटी गठित की है। 

इस समिति में दोनों दलों के 10 सदस्य होंगे। यह समिति, एचजेसी के अध्यक्ष एवं सांसद कुलदीप बिश्नोई तथा बीजेपी के हरियाणा प्रभारी और दिल्ली से विधायक डॉ. हर्षवर्धन के मार्गदर्शन में काम करेगी। पूर्व सांसद एवं एचजेसी के वरिष्ठ नेता धर्मपाल मलिक को सर्वसम्मति से समिति काअध्यक्ष तथा पूर्व मंत्री एवं बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रामबिलास शर्मा को संयोजक चुना गया। समिति में बीजेपी की ओर से सुरेश भट्ट, प्रो. गणेशी लाल एवं कैप्टन अभिमन्यु को शामिल किया गया है। इसका गठन शुक्रवार को दिल्ली में सांसद कुलदीप बिश्नोई के घर पर हुई बैठक में किया गया। बैठक के दौरान हिसार लोकसभा उप चुनाव एवं आदमपुर और रतिया विधानसभा उप चुनावों के नतीजों पर चर्चा भी हुई। 

बैठक में तय किया गया कि समन्वय समिति एवं गठबंधन के सभी जिलाध्यक्षों की एक बैठक 24 जनवरी को चंडीगढ़ में होगी। प्रस्तावित बैठक में गठबंधन की भावी रणनीति पर चर्चा करके प्रदेश की कांग्रेसी सरकार के खिलाफ चलाए जाने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की जाएगी। दोनों पार्टियों के नेताओं ने हुड्डा सरकार पर भ्रष्टाचार में लिप्त रहने का आरोप लगाते हुए प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था, असमान विकास, नौकरियों में हो रहे भेदभाव का मुद्दा उठाया। कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि प्रदेश की सरकार हर मोर्चे पर विफल हो चुकी है। उन्होंने कहा कि लोेग बिजली, पानी, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। उन्होंने कहा कि मंडियों में किसानों की फसलों की खरीद नहीं हो पा रही है। उन्होंने कहा कि एचजेसी-बीजेपी गठबंधन प्रदेश की भ्रष्ट सरकार को उखाड़ फेंकने और राज्य में 36 बिरादरी की स्वच्छ एवं पारदर्शी सरकार का गठन करने के अपने लक्ष्य के प्रति कृत संकल्प है। 

04 दिसंबर, 2011

हरियाणा में हरियाणा जनहित कांग्रेस(हजकां) ने रखी सीट बरकरार

हरियाणा की एक सीट आदमपुर विधानसभा सीट के उपचुनाव में हरियाणा जनहित कांग्रेस(हजकां) और भाजपा गठबंधन की उम्मीदवार रेणुका बिश्नोई ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के कुलवीर सिंह बेनीवाल पर जीत दर्ज की है।

गत 30 नवम्बर को दोनों सीटों पर हुए उपचुनाव में हरियाणा जनहित कांग्रेस(हजकां) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) गठबंधन की उम्मीदवार एवं हजकां के अध्यक्ष कुलदीप बिश्नोई की पत्नी रेणुका बिश्नोई ने प्रतिष्ठित सीट पर कब्जा बनाये रखते हुए पूर्व मुख्यमंत्नी भजनलाल परिवार की चौधराहट को कायम रखा।

बिश्नोई ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के कुलवीर सिंह बेनीवाल को 22,669 मतों के अंतर से हराकर भजन परिवार के गढ़ पर कब्जा बरकरार रखा। इंडियन नेशनल लोकदल (इनेला) के प्रत्याशी राम सिंह  बासवाना को 21,811वोट मिले।

आदमपुर में मुख्य मुकाबला भाजपा-हजकां प्रत्याशी रेणुका बिश्नोई इनेलो प्रत्याशी राम सिंह  बसवाना और कांग्रेस के पूर्व विधायक कुलवीर सिंह  बैनीवाल के बीच था।

ज्ञातव्य है कि आदमपुर सीट हजकां अध्यक्ष कुलदीप बिश्नोई के इस्तीफा देने से रिक्त हुई। उन्होंने हिसार संसदीय उपचुनाव जीत कर अपने पिता भजनलाल की सीट पर कब्जा कायम रखा। हालांकि इस संसदीय उपचुनाव में कांग्रेस की जमानत जब्त हो गई थी और इनेलो दूसरे नंबर पर रही। इनेलो के महासचिव अजय चौटाला और कांग्रेस के पूर्व सांसद जयप्रकाश तीसरे स्थान पर रहे।

27 नवंबर, 2011

पवार के हमलावर के साथ प्रमोद तिवारी को भी हो जेल: सिद्धू

फतेहाबाद। केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार पर हमला करने वाले सिख युवक के खिलाफ जिस धारा में मुकद्दमा दर्ज किया गया है, उसी धारा के तहत उत्तर प्रदेश के एयरपोर्ट पर राहुल गांधी को काले झंडे दिखाने वाले युवक को सरेआम जूतों एवं लातों से मारने वाले केंद्रीय मंत्रियों के खिलाफ भी कानून की वही धाराएं लगाकर मुकदमा दर्ज होना चाहिए। और उन्‍हें जेल भेज देना चाहिये। यहां सिद्धू का इशरा प्रमोद तिवारी की ओर था। यह बात भाजपा सांसद व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू ने शनिवार को रतिया में भाजपा-हजकां गठबंधन प्रत्याशी महावीर प्रसाद के समर्थन में आयोजित रैली में कही।

सिद्धू ने कहा कि हालांकि मैं शरद पवार पर हुए हमले की निंदा करता हूं परंतु कांग्रेस के भ्रष्टाचार, महंगाई एवं घोटालों से त्रस्त जनता का आक्रोश साफ झलकने लगा है। कांग्रेस ने अपने कुशासन पर रोक नहीं लगाई तो देश की जनता कांग्रेसी नेताओं एवं केंद्रीय मंत्रियों का जीना हराम कर देगी। उन्होंने कहा कि हरियाणा में हजकां भाजपा के पक्ष में चली आंधी और तूफान में सब विरोधी दल सूखे पत्तों की तरह उड़ जायेंगे और रतिया व आदमपुर में गठबंधन प्रत्याशी भारी वोटों से जीतेंगे।

हजकां सुप्रीमो कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि हिसार उपचुनाव में सभी विरोधी नेता कहते थे कि जो जीतेगा अगली सरकार प्रदेश में उसी की होगी, वह तो मैंने जीत लिया। अब बारी रतिया की है। रतिया का चुनाव महावीर प्रसाद को जिता दो, भूपेंद्र हुड्डा की मुख्यमंत्री की कुर्सी से छ: माह में ही छुट्टी कर दूंगा। उन्होंने कहा कि जो इनैलो के नेता सत्ता में रहते पंजाबी बणियों के वोट का अधिकार छीनने का बात कर पंजाबियों को पाकिस्तानी लुटेरे बताते थे, वह आज किस मुंह से इन वर्गां की वोट लेने की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि रतिया और आदमपुर की जनता के पास इनैलो और कांग्रेस से छुटकारा पाने का इससे बढिया मौका नहीं आ सकता।

इस मौके पर भाजपा के प्रदेश प्रभारी एवं दिल्ली से विधायक हर्षवर्धन, भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष कृष्णपाल गुर्जर, भाजपा के राष्ट्रीय सचिव कैप्टन अभिमन्यु, पूर्व सांसद रतनलाल कटारिया, विधायक अनिल विज, पूर्व मंत्री रामविलास शर्मा, पूर्व सांसद किशन सिंह सांगवान, रामचंद्र बंैदा, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष आत्मप्रकाश मनचंदा, प्रो. गणेशीलाल, महामंत्री वीरकुमार यादव, पूर्व सांसद धर्मपाल मलिक, पूर्व विधायक राकेश कंबोज, कंवरपाल गुर्जर, हजकां जिलाध्यक्ष राजेंद्र चौधरी काका, स. बूटा सिंह, सतपाल गोदारा, पूर्व मंत्री धर्मवीर यादव, पूर्व मंत्री जयनारायण खुंडिया, वीरभान मैहता सहित अनेक नेताओं ने संबोधित किया।

25 नवंबर, 2011

हिसार हार से इनेलो व कांग्रेस नेता गहरे सदमे में: कुलदीप बिश्नोई

हिसार। हरियाणा जनहित कांग्रेस के अध्यक्ष व सांसद कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि हजकां-भाजपा गठबंधन महज दो दलों का नहीं बल्कि दो दिलों का गठबंधन हैं तथा प्रदेश की जनता लंबे समय से एक ऐसे ही गठबंधन की जरूरत महसूस कर रही थी। हिसार लोकसभा उपचुनाव में करारी हार के बाद इनेलो व कांग्रेस नेता गहरे सदमे में हैं इसलिए गठबंधन के जल्दी टूटने जैसी बेतुकी बयानबाजी कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि इसमें कोई दोराय नहीं कि यह गठबंधन लंबा चलेगा क्योंकि दोनों ही दलों के नेता आपस में बेहतरीन तालमेल करके आगे बढ़ रहे हैं। हिसार लोकसभा उपचुनाव जीतने के बाद अब गठबंधन रतिया व आदमपुर विधानसभा सीटों पर जीत हासिल करेगा। इसके अतिरिक्त आगामी विधानसभा चुनावों में भी गठबंधन भारी बहुमत से सरकार बनाएगा।

कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि आय से अधिक संपत्ति सहित भ्रष्टाचार के अन्य मामलों में जेल जाना तय है इसलिए इनेलो का कोई भविष्य नहीं। उन्होंने कहा कि इनेलो नेताओं को अभी से ही रतिया व आदमपुर में करारी हार और तिहाड़ जेल नजर आने लगी है। इस बौखलाहट के कारण इनेलो नेता आए दिन ऐसी बेतुकी बयानबाजी कर रहे हैं जिसका कोई सिर-पैर नहीं। उन्होंने कहा कि प्रदेश का ऐसा कोई वर्ग नहीं जो हुड्डा और चौटाला सरकार की भ्रष्ट व गुंडाराज वाली नीतियों से पीडि़त न हों। इसलिए लोग इनसे दुखी होकर प्रदेश में सत्ता ही नहीं बल्कि व्यवस्था परिवर्तन चाहते हैं।

22 नवंबर, 2011

कुलदीप ने लोस सदस्यता की ली शपथ

नई दिल्ली : हरियाणा के हिसार संसदीय निर्वाचन क्षेत्र से हाल में उप चुनाव में विजयी कुलदीप बिश्नोई ने सोमवार को लोकसभा की सदस्यता की शपथ ली।

संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन मंगलवार को लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही बिश्नोई ने सदन की सदस्यता की शपथ ली। बिश्नोई ने हिंदी में ईश्वर के नाम पर शपथ ली। सदस्यों ने मेजें थपथपाकर उनका स्वागत किया।

हरियाणा जनहित कांग्रेस (बीएल) के नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल के पुत्र कुलदीप बिश्नोई ने पिछले महीने हिसार में हुए उपचुनाव में इंडियन नेशनल लोकदल के अजय चौटाला को पराजित किया था। यह सीट भजनलाल के निधन के कारण रिक्त हुई थी।

आदमपुर की एकजुटता तोड़ नहीं पाए विरोधी : रेणुका

हिसार, जागरण संवाद केन्द्र : हजका-भाजपा प्रत्याशी रेणुका बिश्नोई ने कहा कि आदमपुर की जनता और भजनलाल परिवार की एकजुटता को विरोधी कभी तोड़ नहीं पाए। केवल हरियाणा ही बल्कि पूरे देश के मानचित्र पर आदमपुर की जनता ने इस एकजुटता की मिसाल बार-बार कायम करके दिखाई है। यहा की जनता हमेशा से जागरूक रही है और आपके नेता स्वर्गीय भजनलाल ने भी आपकी शान पर कोई आंच नहीं आने दी। पिछले 16 वर्षो से अनदेखी का शिकार रहे आदमपुर की खोई शान को लौटने के लिए हजका अध्यक्ष कुलदीप बिश्नोई पिछले लंबे समय से संघर्ष कर रहे है और उनका यह संघर्ष अब रग लाने लगा है।
श्रीमती बिश्नोई आदमपुर, लाडवी, काबरेल व बगला आदि गावों में जनसभाओं को संबोधित कर रहीं थी।
उन्होंने कहा कि काग्रेस व इनेलो नेताओं ने आदमपुर के लिए कभी कुछ नहीं किया है। मौजूदा सरकार के सात साल के कार्यकाल व इनेलो सरकार में इस क्षेत्र के साथ भारी भेदभाव हुआ है, लेकिन अब आप लोगों को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि हजका-भाजपा की सरकार बनने पर सारी कसर पूरी कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि आप लोगों ने हमेशा से अपनी और हमारी साख को कायम रखा है। एक बार फिर विरोधियों को दिखाना है कि कोई ओछे हथकंडे अपनाकर आदमपुर की जनता को बाट नहीं सकता। अभियान के दौरान गाव लाडवी में अमीचंद लाबा अपने परिवार व सैंकड़ों साथियों सहित काग्रेस छोड़कर हजका में शामिल हुए। इसके अतिरिक्त गाव सारगपुर में मुकेश व उग्रसेन हरिजन काग्रेस छोड़कर, गाव भाणा में कृष्ण खीचड़ इनेलो छोड़कर, सुभाष धानक काग्रेस छोड़कर, गाव भोडिया में बद्रीप्रसाद हरिजन बसपा छोड़कर, राजेंद्र वाल्मीकि काग्रेस छोड़कर हजका में शामिल हुए।
जनसंपर्क अभियान में उनके साथ प्रवीण बिश्नोई, राव राजेंद्र ठेकेदार, हलका प्रधान जयबीर गिल, अजय माजू, रानी राव, माया देवी, संगीता सिंह, कमलेश मल्होत्रा, कृष्ण भाभू, ईश्वर बगला आदि सहित भारी संख्या में गठबंधन नेता व कार्यकर्ता भी उपस्थित थे।

12 नवंबर, 2011

Bishnoi's wife files nomination for by-poll

Chandigarh: HJC president Kuldeep Bishnoi's wife Renuka filed her nomination papers as the party candidate for Adampur Assembly bye-election in Haryana.
Adampur seat fell vacant due to resignation of Kuldeep Bishnoi on his election to Lok Sabha from Hisar seat.

04 नवंबर, 2011

रेणुका बिश्रोई आदमपुर हलके से चुनाव लड़ेगीं

चंडीगढ़। हजकां-भाजपा गठबंधन ने गुरुवार को आदमपुर व रतिया विधानसभा क्षेत्रों से अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। आदमपुर हलके से हजकां अध्यक्ष कुलदीप बिश्नोई की धर्मपत्नी रेणुका बिश्नोई तथा रतिया हलके से भाजपा के महावीर प्रसाद का नाम पार्टी की केंद्रीय इकाई के पास भेजा है। जल्द ही केंद्रीय इकाई द्वारा महाबीर प्रसाद की उम्मीदवार की औपचारिक घोषणा कर दी जाएगी।

चंडीगढ़ प्रेस क्लब में हुई हजकां-भाजपा के संयुक्त पत्रकार सम्मेलन में हजकां अध्यक्ष कुलदीप बिश्नोई, भाजपा प्रदेश प्रभारी डॉ. हर्षवर्धन, प्रदेशाध्यक्ष कृष्णपाल गुर्जर, विधायक दल के नेता अनिल विज तथा हजकां के पूर्व सांसद धर्मपाल सिंह मलिक व पंडित रामजीलाल ने बताया कि पार्टी की स्थानीय इकाई ने आदमपुर से उम्मीदवारों की सूची में दो नाम जसमादेवी व रेणुका बिश्नाई को शामिल किया था।

कुलदीप बिश्रोई ने बताया कि मेरी माताजी जसमा देवी ने खुद चुनाव न लड़कर अपनी पुत्रवधु रेणुका बिश्नोई को ही मैदान में उतारने का ऐलान किया। भाजपा प्रदेश प्रभारी डॉ. हर्षवर्धन व प्रदेशाध्यक्ष कृष्णपाल गुर्जर ने बताया कि रतिया हलके से भाजपा की प्रदेश इकाई ने सर्वसम्मति से महाबीर प्रसाद का नाम स्वीकृति के लिए पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति को मंजूरी के लिए भेजा है।

02 नवंबर, 2011

आदमपुर विधानसभा हलके में तीसरी बार उपचुनाव

- 30 नवंबर को होने वाले मतदान के लिए 5 नवंबर से भरे जाएंगे नामांकन
- हिसार स्थित एसडीएम कोर्ट में होंगे नामांकन
- 4 दिसंबर को होगा दावेदारों के भाग्य का फैसला
मणिकांत मयंक, हिसार
लोकसभा उपचुनाव के बाद अब एकबार फिर हिसार जिले के आदमपुर विधानसभा सीट के लिए सियासी संग्राम का शंखनाद हो गया है। इस सीट पर तीसरी बार उपचुनाव होगा। आसन्न उपचुनाव के मद्देनजर नामांकन से लेकर मतगणना तक की प्रक्रिया को सहजता से अंजाम देने के लिए प्रशासन ने भी कमर कस ली है।
आदमपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया हिसार स्थित एसडीएम कोर्ट में पूरी होगी। रिटर्निग आफिसर व एसडीएम अमरदीप जैन के मुताबिक विधानसभा उपचुनाव के प्रत्याशी 5 से 11 नवंबर तक अपना नामांकन पत्र एसडीएम कोर्ट में भर सकेंगे। उन्होंने बताया है कि बुधवार को नामांकन संबंधी सारी व्यवस्थाएं पूरी कर ली जाएंगी। उन्होंने बताया कि 12 नवंबर को नामांकन पत्रों की जांच होगी। उन्होंने बताया कि 14 नवंबर तक नामांकन पत्र भरने वाले अपनी दावेदारी वापस ले सकेंगे और इसी दिन उम्मीदवारों को चुनाव चिन्ह भी आवंटित कर दिये जाएंगे। इस उपचुनाव में आदमपुर हलका के 1 लाख, 35 हजार, 833 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इनमें 73,554 पुरुष व 62,007 महिलाएं शामिल हैं जबकि 272 सर्विस मतदाता भी अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे।
गौरतलब है कि आदमपुर विधानसभा हलका में सबसे पहला उपचुनाव वर्ष 1998 में हुआ था जिसमें वर्तमान सांसद व स्व. भजनलाल के पुत्र कुलदीप बिश्नोई ने जीता था। इसके पश्चात जब भजनलाल सहित तीन विधायकों को अयोग्य करार दिया गया था तो वर्ष 2008 में दूसरा उपचुनाव हुआ जिसमें भजनलाल ने अपने सिर जीत का सेहरा बांधा था।

01 नवंबर, 2011

हिसार की बजाय फतेहाबाद में होगी आडवाणी की जनसभा

हिसार। वरिष्ठ भाजपा नेता लाल कृष्ण आडवाणी की 12 नवंबर को हिसार में होने वाली जनसभा अब फतेहाबाद में होगी। पहले यह जनसभा हिसार में होनी थी पर आदमपुर व रतिया विधानसभा उपचुनावों के कारण इसे फतेहाबाद कर दिया गया है। यह जानकारी भाजपा के प्रदेश महामंत्री वीर कुमार यादव ने रविवार को एक पत्रकारवार्ता में दी। यादव ने बताया कि हिसार के पुराने राजकीय कालेज के मैदान में अब सिर्फ स्वागत समारोह होगा जिसमें भाजपा के सभी नेताओं के अलावा हजकां सुप्रीमों व हिसार के सांसद कुलदीप बिश्नोई भी लाल कृष्ण आडवाणी का स्वागत करेंगें।

भाजपा नेता ने इस अवसर पर सभी हजकां नेताओं तथा कार्यकर्ताओं को भी समारोह के लिए भी आमंत्रित किया। वीर कुमार यादव ने बताया कि 11 अक्तूबर को बिहार से शुरु हुई आडवाणी की जनचेतना यात्रा की 12 नवंबर को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष कृष्णपाल गुर्जर और सांसद कुलदीप बिश्नोई राजस्थान - हरियाणा बॉर्डर पर स्थित झुपई में अगवानी करेंगें। उन्होने बताया कि सिवानी कस्बे में यात्रा का औपचारिक स्वागत किया जाएगा। यादव ने कहा कि हरियाणा में अडवाणी की यात्रा 3 तीन तक रहेगी जिसमें पहले चरण में 12 नवंबर को सिवानी, हिसार और फतेहाबाद में जनसभा के बाद 12 नवंबर को ही रात में सिरसा पहुंचेगी और रात्रि विश्राम के बाद 13 नवंबर को डबवाली के रास्ते पंजाब में प्रवेश करेगी। इसके बाद 17 नवंबर को दोबारा हरियाणा के अंबाला और नारायणगण होते हुए हिमाचल में चली जाएगी।

भाजपा नेता ने कहा कि हिसार उपचुनाव में जनता को कांग्रेस का मजबूत विकल्प मिला है तथा आडवाणी की यात्रा से प्रदेश में हजकां-भाजपा गठबंधन के पक्ष में बने माहौल में और इजाफा होगा। हाल ही में आडवाणी की यात्रा के रूटों में मिले विस्फोटकों के बाद सुरक्षा के सवाल पर भाजपा नेता ने कहा कि प्रदेश भाजपा की ओर से पुलिस विभाग को इस यात्रा की सूचना दे दी गई है। आदमपुर और रतिया में से किस सीट पर भाजपा की दावेदारी के प्रश्न पर उन्होंने इस बारे में कोई भी बात कहना जल्दबाजी बताया। उन्होने उम्मीद जताई कि हजकां सुप्रीमों कुलदीप बिश्नोई भी फतेहाबाद की जनसभा में शामिल होंगें। इस अवसर पर भाजपा प्रदेश संगठन सचिव सुरेश भट्ट, जिलाध्यक्ष कृष्ण रिणवा, श्रीनिवास गोयल , रामनिवास फौजी ,मंदीप गिल मौजूद थे।

18 अक्तूबर, 2011

बिश्नोई की जीत को टीम अन्ना ने बताया कांग्रेस के खिलाफ जनादेश

हिसार लोकसभा उपचुनाव में कुलदीप बिश्नोई विजयी रहे. हालांकि उन्हें उम्मीद से थोड़ा कम मत प्राप्त हुआ और इनेलो के अजय चौटाला ने उन्हें कड़ी टक्कर दी. बिश्नोई ने अजय चौटाला को मात्र छह हजार वोटे से पराजित किया. फिर भी उनकी जीत और कांग्रेस की हार से टीम अन्ना हजारे ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा है सत्तारूढ़ दल को इससे सबक लेना चाहिये और जनलोकपाल विधेयक का पारित होना सुनिश्चित कराना चाहिये. हजारे पक्ष ने यह भी कहा कि ये चुनाव जनलोकपाल विधेयक पर जनमत संग्रह की तरह थे.



हजारे पक्ष के सदस्य अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘‘यह जनलोकपाल विधेयक पर जनमत संग्रह है। कांग्रेस को इससे सबक लेना चाहिये और अब जनलोकपाल विधेयक पारित करा देना चाहिये।’’ चुनाव में आए नतीजों के अनुसार भाजपा से समर्थन प्राप्त हरियाणा जनहित कांग्रेस के प्रमुख कुलदीप विश्नोई ने इंडियन नेशनल लोकदल के अजय चौटाला को हरा दिया है और कांग्रेस उम्मीदवार जयप्रकाश तीसरे स्थान पर रहे.



किरण बेदी ने कहा, ‘‘यह मतदाताओं का जनादेश है। हजारे पक्ष लोकपाल विधेयक पर संबंधित दलों के रुख के बारे में हमेशा से मतदाताओं को अवगत कराता रहा है। हमने इसके लिये कोई श्रेय नहीं लिया है क्योंकि ऐसा करना हमारा मकसद नहीं था।’’ उन्होंने कहा कि हम सिर्फ यही चाहते हैं कि वे ही सांसद संसद तक पहुंचें जिनके पार्टी अध्यक्ष जनलोकपाल विधेयक को लेकर प्रतिबद्ध हैं. हिसार में कांग्रेस को छोड़कर सभी दलों ने यह प्रतिबद्धता जतायी थी. इसके बाद फैसला मतदाताओं को करना था। हालांकि खुद कुलदीप बिश्नोई ने अपनी जीत में अन्ना इफेक्ट होने से इंकार किया है.



हिसार लोकसभा उपचुनाव में हजकां के कुलदीप बिश्नोई को 3,55,941 वोट प्राप्त हुए जबकि अजय चौटाला को 3,49,618 वोट और तीसरे स्थान पर रहे जयप्रकाश को 1,49,785 वोट प्राप्त हुए.


16 सितंबर, 2011

कांग्रेस शासन ने पानी-बिजली के लिए तरसाया

एनबीटी न्यूज ॥ हिसार 

दिल्ली रोड स्थित मिड टाउन ग्रैंड में गुरुवार को बीजेपी -एचजेसी संयुक्त कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन कियागया। इस मौके पर गठबंधन के उम्मीदवार कुलदीपबिश्नोई ने कहा कि कांग्रेस पिछले साल से हिसार क्षेत्र कीअनदेखी करती आ रही है। यहां के लोग मूलभूत बिजली -पानी व सड़क परिवहन आदि के लिए तरस गए हैं।उन्होंने कहा कि कुछ ऐसी ही स्थिति आईएनएलडी के 6साल के शासन में रही। आईएनएलडी नेताओं ने तो शहरमें लूट जोर जबरदस्ती और भय भ्रष्टाचार का माहौलबना रखा था। आज लोगों के वोट लेने के लिए यही लोगव्यापारी कर्मचारी किसान व मजदूर हितों की बात कररहे हैं। असल में आईएनएलडी और कांग्रेस को हिसारलोकसभा क्षेत्र में वोट मांगने का अधिकार ही नहीं है। 

सम्मेलन में बीजेपी के प्रदेश प्रभारी डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि अब लाल बहादुर शास्त्री सरदार वल्लभ भाईपटेल जैसे नेताओं वाली कांग्रेस नहीं रही। आज की कांग्रेस सोनिया जैसे भ्रष्ट लोगों के हाथों की कठपुतली है।उन्होंने कहा कि कल तक हाथ मिलाने को आतुर चौटाला परिवार के लोग एचजेसी के साथ गठबंधन होने परबीजेपी को जीरो बता रहे हैं। वे शायद भूल गए कि जब जब वे सत्ता में आए बीजेपी के दम पर ही आए हैं। 

इस मौके पर गठबंधन के अन्य वक्ताओं ने कहा कि राज्य में आने वाला समय बीजेपी एचजेसी गठबंधन का है।इस उपचुनाव में कुलदीप की एकतरफा लहर चल रही है। उन्होंने कहा कि ओमप्रकाश चौटाला और भूपेंद्र सिंहहुड्डा ने हिसार क्षेत्र के साथ हमेशा भेदभाव किया है और उन्होंने सिवाय झूठे वायदों व झांसों के यहां के लोगों कोकुछ नहीं दिया। इसलिए लोग इनकी सरकारों से तंग आ चुके हैं। 

हरियाणा युवा किसान पार्टी का हजकां में हुआ विलय

हिसार। हजकां-भाजपा उम्मीदवार कुलदीप बिश्नोई को आज उस समय बड़ी सफलता हासिल हुई जब अहीरवाल के कद्दावर व संघर्षशील नेता और पूर्व विधायक नरेश यादव ने अपने प्रदेश स्तरीय संगठन हरियाणा युवा किसान पार्टी को हरियाणा जनहित कांग्रेस में विलय करते हुए हजकां नेतृत्व की नीतियों में आस्था जताई। कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि पूर्व विधायक नरेश यादव के हजकां में आने से पार्टी को भारी मजबूती मिली है।

उन्होंने नरेश यादव को भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा क्षेत्र का प्रभारी नियुक्त करने की घोषणा की। हजकां अध्यक्ष ने कहा कि नरेश यादव द्वारा जनहितों के लिए जारी संघर्ष के मद्देनजर भविष्य में भी पार्टी संगठन में उन्हें भरपूर मान-सम्मान दिया जाएगा। हजकां अध्यक्ष कुलदीप बिश्नोई के सेक्टर-15 स्थित आवास पर हजारों समर्थकों के साथ पहुंचे पूर्व विधायक नरेश यादव का पूर्व सांसद पंडित रामजीलाल, पूर्व विधायक अमीरचंद मक्कड़, नारनौल जिलाध्यक्ष प्रोफेसर रोशन लाल यादव, रेवाड़ी जिलाध्यक्ष राव राजेंद्र ठेकेदार, हिसार जिलाध्यक्ष रणधीर पनिहार, कुसुम शर्मा व हांसी हलका प्रधान रवींद्र बहार ने सहित पार्टी नेताओं ने जोरदार स्वागत किया।

पूर्व विधायक नरेश यादव द्वारा हजकां में शामिल होने से हजकां-गठबंधन को हांसी, बवानीखेड़ा व आदमपुर क्षेत्र के अहीर बाहुल्य इलाकों में काफी बढ़त मिलेगी। नरेश यादव ने कहा कि कुलदीप बिश्रोई के प्रत्याशी बनने के बाद इनेलो खेमे को अभी से वर्ष 2004 के भिवानी लोकसभा में मिली करारी हार का डर सताने लगा है। उन्होंने कहा कि हिसार क्षेत्र व 36 बिरादरी का भला स्वर्गीय चौ. भजनलाल ने ही किया है और भविष्य में भी उनके राजनैतिक वारिस कुलदीप बिश्नोई ही यहां के लोगों को क्षेत्रवाद के आधार पर होने वाले भेदभाव से निजात दिला सकते हैं।



वर्ष 2005 के विधानसभा चुनाव में जब समूचे प्रदेश में कांग्रेस की लहर चल रही थी तब नरेश यादव निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर कांग्रेसी उम्मीदवार राव नरेंद्र को परास्त कर विधायक बने थे। वर्ष 1985 में छात्र संघ चुनाव करवाने की मांग को लेकर नौ दिन तक आमरण अनशन करना, एसईजेड के विरोध में गडग़ांव में रथयात्रा करना, एसवाईएल की मांग को लेकर राष्ट्रपति भवन तक की पैदल यात्राएं करना, पानी की मांग को लेकर दस दिन तक जेल में आमरण अनशन करना, हरियाणा को उसके हिस्से का पानी दिलाने के लिए ललकार महारैली करना व उसमें कई बड़े केंद्रीय नेताओं को बुलाना तथा लोकसभा व विधानसभा चुनाव लड़कर दमदार हाजिरी दर्ज करना नरेश यादव की उपलब्धियां हैं। वर्तमान में प्रदेश भर में हरियाणा युवा किसान पार्टी नाम से उनका संगठन सक्रिय रहा है।

बीजेपी ने ही चौटाला को जीरो से हीरो बनाया था : शर्मा

एनबीटी न्यूज ॥ हिसार : हरियाणा के पूर्व शिक्षा मंत्री एवं हिसार लोकसभा सीट के लिए बीजेपी के प्रभारी प्रो. रामविलास शर्मा ने कहा कि चौटाला साहब बीजेपी को जीरो पार्टी कहकर संबोधित कर रहे हैं, जबकि इसी पार्टी ने उनको 24 जुलाई, 1999 को जीरो से हीरो बनाया था। क्षेत्र की जनता के बीच तो इस बात की भी आशंका जताई जा रही है कि कहीं अजय चौटाला चुनाव के मैदान से ही न भाग जाएं।

शर्मा ने बुधवार को यहां जाट धर्मशाला में पार्टी कार्यकर्त्ताओं की बैठक को संबोधित करते हुए यह बात कही। वहीं बीजेपी के प्रदेश महामंत्री वीर कुमार यादव ने कार्यकर्त्ताओं को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए और चुनाव में अपनी पूरी भागीदारी होने की बात को दोहराया। उन्होंने कहा कि कुलदीप बिश्नोई एक होनहार नवयुवक हैं। वह क्षेत्र की जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरेंगे।

राष्ट्रीय सचिव कैप्टन अभिमन्यु ने इस अवसर पर कहा कि भ्रष्टाचार, विदेशों में जमा काला धन, घोटालों, भूमि अधिग्रहण नीति, लगातार बिगड़ती कानून-व्यवस्था, बढ़ती महंगाई, रसोई गैस, बिजली-पानी की समस्या आदि मुद्दों पर लड़े जाने वाले इस चुनाव में कांग्रेस की हालत पतली हो गई है। 

13 सितंबर, 2011

कुलदीप के लिए वोट मांगने हिसार आएंगे गडकरी, सुषमा

हिसार। भाजपा-हजकां गठबंधन के उम्मीदवार व हजकां अध्यक्ष कुलदीप बिश्नोई आगामी 21 सितंबर को समर्थकों की भारी तादाद के बीच नामांकन भरेंगे। यह बात उन्होंने आज अपने चुनाव मुख्यालय का उद्घाटन के बाद आयोजित पत्रकार वार्ता में कही। उन्होंने कहा कि दोनों दलों की संयुक्त कार्यकारिणी की बैठक 15 सितंबर को हिसार में होगी। उन्होंने बताया कि 11 अक्टूबर को गठबंधन द्वारा हिसार में महारैली आयोजित की जाएगी और यह रैली हजकां की रोहतक रैली से भी बड़ी होगी।

उन्होंने बताया कि महारैली में भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी, नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज, अरूण जेटली जैसे अनेक राष्ट्रीय नेता शिरकत करेंगे। कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि हजकां-भाजपा गठबंधन स्वाभाविक है और प्रदेश में राजनैतिक बदलाव के लिए लंबे अरसे से ऐसे ही गठबंधन की जरूरत थी। इस गठबंधन के बाद प्रदेश में कांग्रेस व इनेलो का कोई भविष्य नहीं रहेगा।

पत्रकारों से बातचीत में भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री वीर कुमार यादव ने कहा कि पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता बिश्रोई की जीत के लिए जी-जान लड़ा देगा। इस अवसर पर पूर्व सांसद पंडित रामजीलाल, पूर्व मंत्री डॉ. धर्मबीर यादव, पूर्व विधायक अमीरचंद मक्कड़, पूर्व विधायक सूबे सिंह पूनिया, भाजपा की ओर से जिलाध्यक्ष प्रोफेसर कृष्णलाल रिणवा, श्रीनिवास गोयल, जोगीराम सिहाग, मंदीप मलिक, डॉ. योगेश बिदानी, डीएम यादव जबकि हजकां के जिलाध्यक्ष रणधीर पनिहार, गुरमेश बिश्नोई, रामनिवास राड़ा, गुलजार काहलों, ज्ञान तायल, कृष्णा यादव, बिमला डालमिया, सरोज सिहाग, अंगूरी सैनी, सुनीलपाल वाल्मीकि, सुभाष टाक, विनोद ऐलावादी, बलदेव खोखर, इंद्रोश गुज्जर, सुभाष बिश्नोई, महाबीर गावडिय़ा, राजपाल सिंघवा, तजबीर मलिक, संतोष ढुल, दयानंद शर्मा, मनोज जांगड़ा, फूलकुमार मात्रश्याम, महेंद्र चिकनवास आदि सहित भारी संख्या में भाजपा-हजकां नेता व कार्यकर्ता उपस्थित थे।

बीजेपी-एचजेसी ने बनाया कुलदीप को उम्मीदवार

एनबीटी न्यूज ॥ हिसार

हरियाणा जनहित कांग्रेस (एचजेसी) और बीजेपी गठबंधन ने एचजेसी अध्यक्ष कुलदीप बिश्नोई को अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया। स्वर्गीय भजनलाल की पत्नी जसमा देवी ने रविवार को इसकी घोषणा की। इस दौरान गठबंधन की ओर से आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि दोनों दलों की संयुक्त कार्यकारिणी की बैठक 15 सितंबर को हिसार में होगी और 21 सितंबर को वे नामांकन भरेंगे।

उन्होंने बताया कि 11 अक्टूबर को हिसार में महारैली आयोजित की जाएगी। उन्होंने बताया कि महारैली में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी, नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज, अरुण जेटली जैसे अनेक राष्ट्रीय नेता शिरकत करेंगे। कुलदीप ने कहा कि प्रदेश में राजनैतिक बदलाव के लिए लंबे अरसे से ऐसे ही अलायंस की जरूरत थी। उन्होंने कहा कि इस गठबंधन के बाद प्रदेश में कांग्रेस और आईएलएलडी का कोई भविष्य नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि इसे समूचे प्रदेश और खासकर हिसार लोकसभा क्षेत्र के लोगों में भारी उत्साह है। कुलदीप ने कहा कि अन्ना हजारे की मुहिम से यह साबित हो गया कि आम आदमी भ्रष्टाचार से दुखी है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचारियों को संसद में न भेजकर और क्षेत्र से भेदभाव करने वालों को सबक सिखाने का मौका सबसे पहले हिसार की जनता को मिला है। इस दौरान बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री वीर कुमार यादव ने कहा कि पार्टी की राष्ट्रीय, राज्य व जिला इकाई तन, मन व धन से गठबंधन उम्मीदवार के साथ है। 

10 सितंबर, 2011

भाजपा और हरियाणा जनहित कांग्रेस ने किया गठबंधन

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शनिवार को हरियाणा जनहित कांग्रेस (एचजेसी) के साथ गठबंधन की घोषणा की है। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल ने कांग्रेस से अलग होने के बाद एचजेसी की स्थापना की थी।

इस गठबंधन की घोषणा संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में की गई, जिसे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी, वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज एवं भजन लाल के पुत्र एवं एचजेसी प्रमुख कुलदीप बिश्नोई द्वारा सम्बोधित किया गया।

गडकरी ने कहा, "राज्य में यह गठबंधन सत्ता में वापस आएगा और सभी 10 लोक सभा सीट पर विजय हासिल करेगा।"

यह गठबंधन हिसार लोक सभा उपचुनाव लड़ेगा। एचजेसी संस्थापक भजनलाल का निधन हो जाने से हिसार लोक सभा की सीट खाली हो गई है।

हिसार उपचुनाव- वर्चस्व की जंग में जो जीता वही सिकंदर

हिसार। आगामी 13 अक्टूबर को होने वाले हिसार लोकसभा उपचुनाव के नाम पर इस बार प्रदेश की तीनों मुख्य पार्टियों के बीच महासंग्राम होने की संभावना जताई जा रही है। इनेलो ने पार्टी के प्रधान महासचिव एवं डबवाली के विधायक डा. अजय चौटाला को मैदान में उतार दिया है वहीं हजकां की ओर से पार्टी अध्यक्ष कुलदीप बिश्नोई का मैदान में आना तय माना जा रहा है। ऐसे में सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी भी इस मैदान में किसी मजबूत प्रत्याशी को उतारने से नहीं चूकना चाहती। तीनों ही दलों के लिए यह चुनाव प्रतिष्ठा का प्रश्न बना हुआ है और जनता में चर्चा है कि इस चुनाव में जो जीता वही सिकंदर होगा।

सत्तारूढ़ कांग्रेस, मुख्य विपक्षी दल इनेलो एवं कुलदीप बिश्नोई के नेतृत्व वाली हरियाणा जनहित कांग्रेस इस चुनाव को जीतने के लिए ऐड़ी-चोटी का जोर लगाकर इस चुनाव को महासंग्राम बनाने के प्रयास में जुट गई है। सत्तारूढ़ कांग्रेस जहां इस चुनाव को जीतकर अपने द्वारा करवाए गए विकास की जीत का डंका बजाने के प्रयास में है वहीं हजकां अध्यक्ष इस सीट को परम्परागत तथा अपनी पार्टी का कब्जा बरकरार रखकर अपनी धाक जमाने का प्रयास करेगी।

जहां तक इनेलो का सवाल है, संगठन की मजबूती के लिए विख्यात इनेलो ने पार्टी के प्रधान महासचिव अजय चौटाला को मैदान में उतार कर साफ संकेत दे दिए हैं कि वह कोई भी रिस्क लेने को तैयार नहीं है तथा पूरी मजबूती से चुनाव लड़कर जीत हासिल करेगी। वैसे अजय की उम्मीदवारी के साथ ही पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं में काफी हौंसला देखा जा रहा है। इंडियन नेशनल लोकदल एवं हरियाणा जनहित कांग्रेस ने पिछले काफी दिनों से हिसार लोकसभा क्षेत्र में चुनाव अभियान चला रखा था वहीं कांग्रेस इस तामझाम से अभी तक दूर है।

31 अगस्त, 2011

हरियाणा जनहित कांग्रेस अन्‍ना हजारे के साथ

हिसार। हरियाणा जनहित कांग्रेस के अध्यक्ष कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि अन्ना की मांगे जनभावनाओं के अनुरूप हैं इसलिए सरकार को जन लोकपाल विधेयक में अन्ना टीम के सुझावों को मान्यता देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हजकां का गठन प्रदेश की राजनीति से भ्रष्टाचार का खात्मा करके साफ-सुथरी छवि वाली सरकार देना है। इसलिए पार्टी भ्रष्टाचार के खिलाफ जारी इस लड़ाई में टीम अन्ना के साथ हैं।

वे अपने सेक्टर-15 स्थित आवास पर अन्ना के समर्थन में धरना देने के लिए रवाना हो रहे पार्टी की युवा कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। युवाओं का नेतृत्व पार्टी की युवा इकाई के प्रदेश उपाध्यक्ष दलबीर ब्यानाखेड़ा ने किया। युवाओं की टीम में मुख्य रूप से महेंद्र कुलडिय़ा, श्रवण पूनिया, कर्ण दलाल, रोहित ढाका, सतीश पूनिया, अर्जुन दलाल, धीरज राणा, विवेक शर्मा आदि सहित भारी संख्या में युवा शामिल थे।

जन लोकपाल विधेयक का मसौदा जन भावनाओं के अनुरूप बनाने और राजनीति व प्रशासनिक तंत्र में भ्रष्टाचार का खात्मा करने के लिए पार्टी द्वारा 25 अगस्त को हिसार के फव्वारा चौक पर एक दिवसीय भूख हड़ताल की जाएगी। पार्टी अध्यक्ष कुलदीप बिश्नोई के नेतृत्व में होने वाली इस भूख हड़ताल में पार्टी की जिला इकाई व भारी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता भी शामिल होंगे। कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि कांग्रेस चुनाव करवाने से डर रही है इसलिए चुनाव आयोग चुनाव कार्यक्रम की घोषणा नहीं कर रहा है। उन्होंने कहा कि लोकसभा उपचुनाव को लेकर हजकां पूरी तरह तैयार है। यह उपचुनाव हिसार क्षेत्र के लोगों को अपना चुनाव है और कांग्रेस व इनेलो उम्मीदवार दूसरे नंबर पर आने के लिए संघर्ष करेंगे।

03 जुलाई, 2011

भाजपा ने लगाया हजकां-कांग्रेस विलय पर ग्रहण

सिरसा। हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी की कुलदीप बिश्रोई से बढ़ती नजदीकियां हरियाणा जनहित कांग्रेस का कांग्रेस से संभावित विलय खटाई में डाल सकती है। हजकां संरक्षक व पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल के पंचतत्व में विलीन होने पर शोक व्यक्त करने हिसार आये भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी का कुलदीप बिश्नोई को दिल्ली में मिलने के निमंत्रण से क्यास लगाया जा रहा है कि भाजपा ने हजकां पर डोरे डालने शुरू कर दिए है।

कांग्रेस आलाकमान का प्रयास था कि हजकां कांग्रेस में विलय कर जाये, ताकि मुख्यमंत्री हुड्डा को मजबूती देने के साथ साथ हिसार संसदीय उपचुनाव में 'विजय श्री' कांग्रेस की हो, मगर हजकां सुप्रीमों की मुख्यमंत्री बदलने तथा हजकां से कांग्रेस में गए पांचो विधायकों की सदस्यता रद्द करवाने की जिद्द पकड़े हुए है। हुड्डा के स्थान पर नए व्यक्ति को मुख्यमंत्री बनाने के पीछे कुलदीप बिश्रोई का एक ही उद्देश्य है कि चौ. भजन लाल से हुए राजनीतिक अपमान का बदला लेना है।

कुलदीप बिश्रोई की शर्तों को देखते हुए ऐसा लगता है कि हजकां का कांग्रेस में विलय होना मुश्किल है। दूसरी तरफ हजकां सुप्रीमों भाजपा से तालमेल कर हिसार संसदीय उपचुनाव में जीत हासिल कर प्रदेश में हजकां का जनाधार बढ़ाना चाहते है। हिसार उपचुनाव को लेकर सत्तारूढ़ कांग्रेस व विपक्षी दल इनेलो भी गंभीर है। भाजपा-हजकां से तालमेल करके न सिर्फ हिसार उपचुनाव से बचना चाहती है, बल्कि हजकां का कंधा लेकर राज्य में अपना जनाधार बढ़ाना चाहती है।

भाजपा की रणनीति को लेकर राज्य के राजनीतिक विशेषज्ञों के अनुसार भाजपा का बंसीलाल की हरियाणा विकास पार्टी से तालमेल कर सत्ता में आना और फिर हविपा को त्याग देने, इनेलो से समझौता और दूरी के चलते अपनी विश्वसीनयता पर प्रश्र चिन्ह अंकित कर दिये है। हिसार चूंकि स्व. भजनलाल का निजी राजनीतिक गढ़ है, जिससे भाजपा भी लांभावित होने की सोच रखती है। सत्तारूढ़ कांग्रेस की भी इस उपचुनाव पर नजरें है, जबकि प्रमुख विपक्षी दल इनेलो का प्रयास है कि इस उपचुनाव में विजय पताका लहराकर एहसास करवाया जा सके कि राज्य में कांग्रेस पार्टी की डुगडुगी बज चुकी है और प्रदेश में कांग्रेस के विकल्प के रूप में इनेलो ही उभर रही है।

हजकां की भी यह कोशिश है कि हिसार उपचुनाव जीतकर यह प्रमाण दिया जा सके कि अभी भी भजनलाल का जादू सर चढ़ कर बोलता है। इनेलो और हविपा के साथ भाजपा का तालमेल कारगर सिद्ध नहीं हुआ, इसलिए नए दल हजकां के साथ हाथ मिलाने के सोच लिए हुए है। हजकां का तालमेल किसी भी दल से हो या नहीं, मगर यह स्पष्ट है कि हिसार उपचुनाव में हजकां सुप्रीमों कुलदीप बिश्रोई की माता जसमा देवी या पत्नी रेणुका बिश्रोई जरूर चुनावी दंगल में उतरेंगी। भाजपा का यदि हजकां तालमेल हो जाता है, तो इनेलो तथा कांग्रेस को अपने राजनीतिक गणित में बदलाव करना पड़ सकता है। हजकां सुप्रीमों की कांग्रेस में विलय से पूर्व रखी गई शर्तों से स्पष्ट दिखाई देता है कि हजकां के कांग्रेस में विलय पर ग्रहण लग गया है।

हिसार उपचुनावः हर दल के कद्दावर नेता का कद लगा दांव पर

चंडीगढ़. हिसार लोकसभा उपचुनाव की तारीख आने में भले ही अभी करीब साढ़े पांच महीने का समय है। बावजूद इसके प्रदेश भर में इस उपचुनाव की महाभारत शुरू हो गई है। राज्य के रोचक उपचुनावों में इसका इतिहास लिखा जाएगा। वैसे तो इस क्षेत्र से लगभग सभी दलों के कद्दावर कहे जाने नेताओं का जुड़ाव है लेकिन मुख्य रूप से भजनलाल के जाने के बाद उनके बेटे कुलदीप बिश्नोई का राजनीतिक भविष्य उपचुनाव तय करेगा।

मुख्यमंत्री हुड्डा द्वारा कराए गए इस क्षेत्र के विकास पर कांग्रेस वोट लेगी। हालांकि केन्द्रीय मंत्री कुमारी सैलजा का हिसार गृह जिला है। उनके परिजन रोहताश का नाम टिकट के चल भी रहा है। दूसरे राष्ट्रीय महासचिव बीरेंद्र सिंह का विधानसभा क्षेत्र उचाना इसी क्षेत्र में है। उनकी पत्नी प्रेमलता का नाम टिकट के लिए जनता ले रही है। जिंदल परिवार का पूरा साम्राज्य इसी जिले से चलता है।

हाल कांग्रेस में शामिल हुए संपत सिंह यहीं से इनेलो के टिकट पर दूसरे नंबर रहे थे। भिवानी का एक विधानसभा क्षेत्र बवानीखेड़ा इसी लोकसभा क्षेत्र में आता है तो भिवानी के धुरंधर मंत्री, सीपीएस की भी परीक्षा होगी? परिसीमन से पहले यहां के क्षेत्र भिवानी लोकसभा में थे,जहां मंत्री किरण चौधरी के पति सुरेंद्र सिंह चुनाव लड़ भी चुके हैं। सीपीएस धर्मवीर,रामकिशन फौजी का यहां बड़ा हस्तक्षेप रहता है।

भले ही वोट हुड्डा के विकास के नाम पर ज्यादा पड़े लेकिन असली परीक्षा तो इन दिग्गजों की भी है क्योंकि ये क्षेत्र से सीधे जुड़े हैं। जहां तक इनेलो का सवाल है। इनेलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला इसी क्षेत्र की उचाना सीट से विधायक हैं। फिलहाल इनेलो नेताओं ने यहां पूरा दम लगा रखा है। जिले के इनेलो नेता रणबीर गंगवा राज्यसभा सदस्य हैं।

भाजपा के राष्ट्रीय सचिव कैप्टन अभिमन्यु यहां की नारनौंद सीट से विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं। जहां तक भजनलाल परिवार का सवाल है। उनकी पार्टी हजकां से सुप्रीमो कुलदीप बिश्नोई का आदमपुर क्षेत्र इसी लोकसभा में आता है। उनकी माता जसमा देवी ने यहीं की नलवा सीट से विस चुनाव हारा था। ऐसे में मामला रोचक होगा। इनके अलावा सभी दलों से टिकट मांग रहे नेताओं की लंबी फेहरिस्त है।

इन पर हो रही माथा-पच्ची 

भजनलाल परिवार के प्रति सहानुभूति रहेगी या नहीं?
सीएम भूपेन्द्र हुड्डा के इस क्षेत्र में विकास के बड़े बजट का कर्ज जनता कितना चुकाएगी?
इनेलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला का सरकार विरोधी अभियान क्या गुल खिलाएगा?
इसके अलावा इस क्षेत्र के रचे-बसे बड़े कहे जाने वाले कई नेता,मंत्री, सीपीएस व राज्यसभा सदस्य अपने दलों को क्या योगदान देंगे?
क्या भाजपा हजकां को समर्थन देगी?


चुनाव आयोग को भेजा प्रस्ताव 

राज्य कार्यवाहक मुख्य निर्वाचन अधिकारी एसके सेतिया ने भास्कर को बताया कि चुनाव आयोग को रिक्त सीट पर चुनाव कराने का प्रस्ताव भेज दिया गया है। संभवत:अगस्त तक चुनाव की तारीख आने की संभावना है। वैसे तो छह महीने के अनुसार दिसंबर तक चुनाव होना है लेकिन आयोग तारीख अपने अनुसार देगा। इस कड़ी में राज्य निर्वाचन विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी है। चुनाव के सामान व अन्य व्यवस्थाओं का खाका तैयार
किया जा रहा है।

24 जून, 2011

कांग्रेस न भाजपा, चुनाव लडेंग़े हजकां के चिन्ह पर : कुलदीप

ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
हिसार के सेक्टर पंद्रह स्थित आवास पर हरियाणा जनहित कांग्रेस के सुप्रीमो कुलदीप बिश्श्रोई कार्यकत्र्ताओं से मिलते हुये।
हिसार, 23 जून। हरियाणा जनहित कांग्रेस के सप्रीमो व मंडी आदमपुर के विाधायक कुलदीप बिनोई आज सायं हिसार सेक्टर पंद्रह स्थित आवास पर पहुंचे और कार्यकत्र्ताओं से मिले। इस अवसर पर श्री बिश्रोई ने यह बात साफ कर दी कि वे न तो कांग्रेस में शामिल होने जा रहे हैं और नही भारतीय जनता पार्टी में। उन्होंने कहा कि किसी राजनीतिक दल में शामिल होने की अफवाहें उड़ा कर उन्हें कमज़ोर करने का प्रयास सफल नहीं होगा।  हरियाणा जनहित कांग्रेस के चिन्ह पर ही हिसार लोकसभा क्षेत्र का उपचुनाव लड़ा जायेगा। उन्होंने कहा कि हिसार की जनता भलीभांति जानती है कि चौ. भजनलाल की विरासत किन सुरक्षित हाथों में सौंपनी है।
हिसार लोकसभा क्षेत्र से हजकां प्रत्याशी कौन होगा? इसके जवाब में कुलदीप बिश्रोई ने कहा कि यह फैसला तो पार्टी की हाई पावर कमेटी ही करेगी लेकिन वे इतना कह सकते हैं कि प्रत्याशी हमारे परिवार का ही कोई सदस्य होगा। इस अवसर पर पूर्व सांसद रामजीलाल, रणधीर पनिहार, रामनिवास राड़ा, सूबे सिंह आर्य, गुलज़ार काहलों, सत्यनारायण गुर्जर, कृष्णा यादव, सरोज सिहाग, महावीर गावडिय़ा, सुभाष टाक, बिनोई सभा के सुभाष बिश्रोई, देवीलाल बिनोई आदि मौजूद थे। इससे पहले कुलदीप बिश्रोई ने आज मंडी आदमपुर के डेढ़ दर्जन गांवों का दौरा भी किया। इस तरह कुलदीप बिश्रोई ने उपचुनाव के लिये कार्यकत्र्ताओं को तैयार रहने के संकेत दे दिये।
उल्लेखनीय है कि चौ. भजनलाल के निधन के बाद आज पहली बार कुलदीप बिश्रोई ने संवाददाताओं के सवालों के जवाब दिये। आज गुडग़ांव के गांव हयातपुर में सरपंच की हत्या की घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते श्री बिश्रोई ने कहा कि हरियाणा में जंगलराज है और कानून-व्यवस्था चौपट हो चुकी है। लोगों ने कानून को अपने हाथ में लेने से संकोच नहीं किया और पुलिस मूकदर्शक बन कर देखती रही।

21 जून, 2011

कुलदीप बोले: अब कांग्रेस में क्या खाक जाएंगे

हिसार. हरियाणा जनहित कांग्रेस (हजकां) के अध्यक्ष कुलदीप बिश्नोई ने कांग्रेस में वापसी करने से साफ इंकार किया है। उनका कहना है कि चौधरी भजनलाल के रहते हुए कांग्रेस में वापसी नहीं की। अब तो सवाल ही नहीं उठता। हम हिसार लोकसभा चुनाव क्षेत्र से हर हाल में चुनाव लड़ेंगे और अपने ‘घर’ को पहले की तरह मजबूत रखेंगे।

कुलदीप आदमपुर में अपने पिता की याद में जागरण और भंडारा करने के बाद शाम को दिल्ली स्थित आवास पर चले गए थे। वहां से दैनिक भास्कर से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा—हजकां का किसी भी पार्टी में विलय नहीं होगा। चाहे वह कांग्रेस हो, बीजेपी हो या फिर कोई और। जहां तक उपचुनाव में समझौते की बात है तो इस बारे में कुछ भी कहना अभी जल्दबाजी होगी।

उन्होंने कहा कि उपचुनाव में कौन प्रत्याशी होगा, यह अभी तय नहीं हुआ है। अभी तो चुनाव ही घोषित नहीं हुए हैं। प्रत्याशी का फैसला पार्टी की हाई पावर कमेटी करेगी। मगर इतना बता सकता हूं कि परिवार का ही कोई सदस्य चुनाव लड़ेगा। एक तरफा चुनाव रहेगा, क्योंकि लोगों की भावनाएं हमारे परिवार के साथ हैं। कुलदीप ने कहा, हिसार से हमारी पहचान है और हमसे हिसार की। यह हमारा गढ़ है और हमेशा रहेगा। यहां के लोगों का हमारे परिवार पर गहरा विश्वास है। चौधरी भजनलाल के जाने के बाद अब मुझ पर उस विश्वास को कायम रखने की जिम्मेदारी है।

इसे बरकरार रखने के लिए तय किया है कि सप्ताह में तीन दिन हिसार लोकसभा क्षेत्र में रहूंगा और बाकी चार दिन हरियाणा में। पहले पिताजी यहां अपना पूरा समय देते थे और बाकी प्रदेश को। मैंने हिसार में 2 जून से पहले छह हलकों का दौरा किया था। अब फिर से दौरे शुरू किए जाएंगे।

भाजपा के साथ नजदीकियों को लेकर चर्चाओं पर कुलदीप ने कहा कि चौधरी भजनलाल बड़े आदमी थे। उनके कई नेताओं के साथ पारिवारिक रिश्ते थे। अब किसी बात का कोई क्या मतलब निकाले, कुछ नहीं कह सकता। बीजेपी के साथ समझौते पर अभी कुछ नहीं कहा जा सकता। कांग्रेस में वापसी को लेकर अखिल भारतीय किसान कांग्रेस के अध्यक्ष शमशेर सुरजेवाला के निमंत्रण को लेकर हजकां सुप्रीमो ने कहा कि यह उनका प्यार है। इतना सीनियर व्यक्ति मेरे लिए कुछ कहे, यह मेरे लिए गर्व की बात है। हालांकि वहां और भी कई नेता बैठे थे।

कांग्रेस में वापसी एक चुटकला

कांग्रेस में वापसी की बात सुनता हूं तो मुझे यह एक चुटकला लगता है। वापसी तो दूर की बात है, इस बारे में सोचता भी नहीं हूं। विपक्ष अफवाहें उड़ाता रहता है। कौन फैला रहा है, यह पता नहीं। इसके पीछे कांग्रेस भी हो सकती है और इनेलो भी।

हिसार में भजन का 16वां होते ही बिछी उपचुनाव की बिसात

चंडीगढ़. 18 जून को चौ. भजनलाल का 16वां होते ही हिसार में लोकसभा उपचुनाव का बिगुल बज गया है। अब यहां के नेता व जनता लोकसभा में नया प्रतिनिधि भेजने पर मंथन करने लगे हैं। अब तक के हालात देखे जाएं तो मामला रोचक बना हुआ है।

सबसे पहले कुलदीप बिश्नोई की हजकां के कांग्रेस में विलय होने या न होने पर बड़ा सवाल है? उनको शोकसभा के दौरान न्यौता मिल चुका है। वे कांग्रेस में आते हैं तो स्थिति विपरीत होगी। वे पुरानी बात पर अड़िग रहे तो यहां कांग्रेस प्रत्याशी बनने की लंबी कतार है। इनमें चौधरी रणजीत सिंह, जयप्रकाश जेपी, प्रेमलता व जयसिंह बिश्नोई का नाम मुख्य रूप से चर्चा में है।

यहां मंत्री नहीं बनाने के कारण सावित्री जिंदल खेमे की अलग चर्चाएं हैं। वरिष्ठ नेता संपत सिंह के मन में भी कहीं न कहीं यह दर्द जरूर होगा? वहीं वे कांग्रेसी अभी से चिंतित हैं जो भजनलाल परिवार से उनके गढ़ में जूझते रहे हैं। इन हालातों पर मुख्यमंत्री हुड्डा को बड़ा मंथन करना होगा।

हालांकि हिसार, सिरसा, फतेहाबाद,भिवानी की बागड़ व कुछ हिस्सा बांगर कही जाने वाले बैल्ट में हुड्डा ने कड़ी मेहतन की है। कई रैलियों में विकास के लिए अरबों खर्च दिए। जनता इसका कितना कर्ज उतारती है,यह अलग बात है। फिलहाल विपक्ष भी हजकां के उलटफेर पर नजर टिकाए हुए है। भाजपा के राष्ट्रीय नेता कैप्टन अभिमन्यु स्वयं यहां से चुनाव लड़ सकते हैं।

इधर, प्रमुख विपक्षी दल इनेलो पूरी कूटनीति से चुनाव की तैयारी में है। इसी लोकसभा में आने वाले उचाना विधानसभा क्षेत्र से इनेलो सुप्रीमो एवं विपक्ष के नेता ओमप्रकाश चौटाला विधायक हैं। दल के प्रधान महासचिव अजय चौटाला यह दावा कर चुके हैं कि सबसे पहले प्रत्याशी घोषित करेंगे। वैसे यहां से सुरेन्द्र बरवाला, उमेद लोहान का नाम जनता ले रही है। वैसे इस उपचुनाव में मुद्दा भजनलाल परिवार के प्रति सहानुभूति व हुडडा का विकास रहेगा जबकि इनेलो भ्रष्टाचार व कानून व्यवस्था को आगे लाएगा।

06 जून, 2011

25 साल कांग्रेस में रहे

25 साल कांग्रेस में रहे




भजन लाल ने 25 साल से ज्यादा कांग्रेस में बिताए। 2005 के चुनाव के बाद जब भूपेंद्र सिंह हुड्डा को मुख्यमंत्री बना दिया गया तो वे पार्टी से खफा हो गए। हालांकि उनके बड़े बेटे चंद्रमोहन को उप मुख्यमंत्री बनाया गया मगर छोटे बेटे कुलदीप बिश्नोई ने कांग्रेस की खुले तौर पर मुखालफत शुरू कर दी। 2007 में पिता-पुत्र ने कांग्रेस छोड़कर हजकां पार्टी बना ली।



भजनलाल एक योग्य सांसद और लोकप्रिय नेता थे। उन्होंने कुशल प्रशासक के रूप में अपनी छाप छोड़ी। ""



जगन्नाथ पहाड़िया, राज्यपाल



भजनलाल ने सारा जीवन समाज सेवा में गुजारा। उनके निधन से हुई क्षति को भरना नामुमकिन है।""



भूपेंद्र सिंह हुड्डा, मुख्यमंत्री



प्रदेश ने एक मृदुभाषी व सक्रिय राजनेता खो दिया है। भजनलाल हंसमुख स्वभाव के नेता थे।""



ओमप्रकाश चौटाला, अध्यक्ष, इनेलो



भजन के निधन से राजनीति में खालीपन आ गया। वे सभी को साथ लेकर चलने वाले नेता थे।""



कृष्णपाल गुर्जर, प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा

हरियाणा में ‘लाल युग’ का अंत

चंडीगढ़. ..बड़े गौर से सुन रहा था जमाना, तुम्हीं सो गए दास्तां कहते-कहते..




कहावत है कि ‘हरियाणा में सिर्फ तीन लाल। देवीलाल, बंसीलाल और भजनलाल।’ राजनीतिक धुरंधर भजनलाल के निधन के साथ ही हरियाणवी सियासत का लाल युग भी समाप्त हो गया। राजनीति से लेकर बॉलीवुड तक चर्चित लालों की राजनीति की अंतिम धुरी 81 वर्षीय भजनलाल शुक्रवार को आखिरी बार लोगों के बीच सशरीर मौजूद थे।



सियासी विरोधी भी थे मृदुभाषा के कायल



नई दिल्ली. पाकिस्तान के बहावलपुर में पैदा होने के बावजूद आदमपुर पंचायत में पंच से सियासी सफर की शरुआत करने वाले इस कुशल राजनेता ने सियासत की तमाम बुलंदियां हासिल कीं, लेकिन पद का दंभ उन्हें कभी छू तक नहीं पाया। एक कुशल राजनेता, अनुभवी प्रशासक के साथ-साथ उनकी मृदुभाषा के कायल उनके समर्थक ही नहीं, बल्कि सियासी विरोधी भी थे।



अपने रणनीतिक कौशल के बूते कठिन से कठिन हालात से साफ बच निकलने के फन में माहिर भजनलाल ने ‘नेवर से डाई’ की अवधारणा पर काम करते हुए जीवन के अंतिम पल तक हार नहीं मानीं। खराब सेहत के बावजूद 2009 के चुनाव में संपत सिंह व जयप्रकाश जैसे दिग्गजों को एक साथ पटखनी देकर उन्होंने अपने कौशल का प्रमाण दिया।



कई फैसले ऐसे, जो आज भी जुबान पर



चंडीगढ़. भजनलाल जैसे धुरंधर नेताओं की राजनीतिक कहानी कभी खत्म नहीं होती, बल्कि इतिहास बन जाती है। इस नेता के फैसले आज भी जन-जन, अफसरशाही और राजनेताओं की जुबान पर हैं। राजीव गांधी सरकार में पर्यावरण मंत्री रहते उन्होंने यमुना-गंगा जल शुद्धिकरण की योजना शुरू की। भजनलाल के मुख्यमंत्री काल के बारे में एक वरिष्ठ अफसर बताते हैं कि मुख्यमंत्री बनते ही सबसे पहला फैसला सफाई कर्मियों के वेतन में सौ रुपए का इजाफा करने का लिया। इससे श्रमिक वर्ग में उनकी अच्छी-खासी पैठ बन गई। पेयजल योजना और तीन किलोमीटर के दायरे में स्कूल जैसे निर्णय भजनलाल ने ही लिए थे।



केंद्र सरकार में थी अच्छी-खासी पैठ



चंडीगढ़. साधारण पंच के रूप में राजनीतिक मैदान में उतरे भजनलाल एक दिन केंद्र सरकार में जबरदस्त पैठ बना लेंगे, यह शायद उनके अलावा किसी ने नहीं सोचा होगा। उन पर राजीव गांधी को इतना भरोसा था कि उन्हें अपने प्रदेश के अलावा राजस्थान की भी कमान दी गई थी। यह अलग बात है कि वहां भैरो सिंह शेखावत बाजी मार ले गए।



भजनलाल 1 जनवरी 1968 को विधानसभा के सदस्य चुने गए। यह कारनामा उन्होंने 5 बार किया। 1 जनवरी 70 को वे प्रदेश के कृषि, सहकारिता व पशुपालन मंत्री बने। लोकसभा से मंत्री बनने के बाद वे राज्यसभा से भी एक बार मंत्री बने। 2007 में उन्होंने हरियाणा जनहित कांग्रेस का गठन किया।



परिचय



जन्म : 6 अक्टूबर 1930

स्थान: बहावलपूर (पाक पंजाब)

सियासी शुरुआत: आदमपुर पंचायत में पंच के रूप में

मुख्यमंत्री पद: दो बार संभाली कमान (1979-85), (1991-96)।



केंद्रीय राजनीति



राजीव गांधी के नेतृत्व वाली भारत सरकार में मंत्री रहे

एक बार राज्यसभा सदस्य भी रहे

आखिरी बार 2009 में हिसार से हजकां के चुनाव चिह्न् पर लोकसभा का चुनाव जीता



आतंकी निशाने पर भी थे



पंजाबी बोली के क्षेत्र और पानी के मुद्दे पर भजनलाल पंजाब के आतंकवादियों के निशाने पर भी रहे। वे 77 में देवीलाल की बहुमत वाली सरकार गिराने के बाद चर्चा में आए। 2005 में भूपेंद्र सिंह हुड्डा को मुख्यमंत्री बनाने से खफा होकर भजनलाल ने कांग्रेस ने नाता तोड़ दिया। 2004 में भिवानी लोकसभा सीट से बेटे कुलदीप बिश्नोई को चुनाव लड़ाया। सामने देवीलाल के पोते अजय चौटाला और बंसीलाल के बेटे सुरेंद्र सिंह थे। इस चुनाव में जीत से भजनलाल का नाम और चमक गया।



अधिकारी वर्ग पर पूरी पकड़



भजनलाल के करीबी रहे आईएएस सेवानिवृत्त एलएन मेहता बताते हैं कि उनकी अधिकारी वर्ग पर पूरी पकड़ थी। इंसानियत इतनी कि उनके घर में विशेष आदेश थे कि कोई बिना चाय-पानी न जाए।



लालों पर फिल्म भी बनी



हरियाणा के तीन लालों पर आधारित अनिल कपूर पर फिल्माई गई एक फिल्म भी आई, जो हरियाणा में खूब लोकप्रिय हुई। इस फिल्म में पूरे हरियाणा की सियासत तीनों लालों के इर्द-गिर्द दिखाई गई है।



अनुभवी नेता थे भजन: हुड्डा



सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि भजनलाल एक अनुभवी नेता थे। उनका लंबे समय तक कांग्रेस से संबंध रहा। वे लंबे समय तक हरियाणा प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष भी रहे। उन्होंने पूरा जीवन समाजसेवा में गुजारा, जिनके निधन से हुई क्षति को भरना नामुमकिन है।



दूरदर्शी राजनीतिज्ञ: पहाड़िया



राज्यपाल जगन्नाथ पहाड़िया ने भजनलाल के आकस्मिक निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि भजनलाल एक योग्य सांसद, दूरदर्शी राजनीतिज्ञ और लोकप्रिय नेता थे। उन्होंने मुख्यमंत्री और अन्य पदों पर रहते हुए कुशल प्रशासक के रूप में छाप छोड़ी है।



हंसमुख स्वभाव था: चौटाला



इनेलो प्रमुख ओमप्रकाश चौटाला ने कहा कि हरियाणा ने भजनलाल के रूप में एक मृदुभाषी नेता खो दिया है। चौटाला ने भजनलाल को हंसमुख स्वभाव के राजनेता बताते हुए कहा कि उनके निधन से प्रदेश को गहरा झटका लगा है।



अच्छे राजनेता थे: फिजा



भजनलाल के बेटे चंद्रमोहन की पूर्व पत्नी अनुराधा बाली उर्फ फिजा ने कहा कि भजनलाल अच्छे राजनेता थे। उनकी भजनलाल से कई बार बात हुई है। हालांकि फिजा ने भजनलाल के निजी जीवन पर सीधे तौर पर टिप्पणी नहीं की।

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल का निधन

चंडीगढ़। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल को दिल का दौरा पड़ जाने से निधन हो गया है। दिल का दौरा पडऩे के बाद उन्हें आज दोपहर को हिसार के एक निजी अस्पताल में दाखिल कराया गया हैं। 12 साल तक हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे भजन लाल हिसार के रविंद्रा अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था जहां उनकी हालत नाजुक थीं। । डॉक्टरों की ओर से प्रयास किए जाने के बावजूद भी उनकी जान को नहीं बचाया जा सका और अस्पताल के आईसीयू में उनका निधन हो गया। वह हरियाणा के मुख्यमंत्री रहने के अलावा दो केंद्र में भी मंत्री रह चुके थे।


देश की राजनीति में 60 के दशक के लगातार अहम योगदान देने के बाद चौधरी भजनलाल बिश्नोई शुक्रवार को अलविदा कह गए। इसी के साथ राजनीति से लेकर बॉलीवुड तक चर्चित लालो की राजनीति का अंत हो गया। देवीलाल,बंसी लाल के बाद करीब 82 वर्षीय भजनलाल के निधन से हरियाणा शोक में डूब गया। वर्तमान में उन्होंने क्षेत्रीय दल हरियाणा जनहित कांग्रेस के संरक्षक एवं हिसार लोकसभा सीट से सांसद भी थे।

11 वर्ष 9 माह 27 दिन मुख्यमंत्री, राजीव गांधी की केंद्र सरकार में कृषि मंत्री के रूप में उन्होंने अमिट छाप छोड़ी। उन्होंने मुख्यमंत्री के रूप में अब तक का सर्वाधिक कार्यकाल बिताया। वे हरियाणा में जून 1979 में देवीलाल की जनता पार्टी सरकार में कृषि मंत्री रहते पहली बार मुख्यमंत्री बनें। बाद में कांग्रेस में शामिल हो गए। 1989 में केन्द्रीय कृषि एवं पर्यावरण मंत्री रहे। विशेष बात यह भी रही भजनलाल ने करनाल,फरीदाबाद संसदीय क्षेत्र से भी संसद का रास्ता तय किया। फिलहाल वे हिसार से सांसद थे। अपने जीवन में वे केवल करनाल से लोकसभा का एक चुनाव हारे। हिसार जिले का आदमपुर उनका अभेद दुर्ग रहा। यहां से वे उनका परिवार का सदस्य 68 से आजतक कोई चुनाव नहीं हारे।

गांधी परिवार से भजनलाल के प्रगाढ़ रिश्ते रहे। उनको इंदिरा गांधी ने ही मुख्यमंत्री बनाया,बाद में राजीव गांधी ने अपने केन्द्रीय मंत्री मंडल में सहयोग लिया। गांधी परिवार ने भजनलाल का प्रयोग अन्य राज्यों के लिए भी किया। 91 में राजस्थान में कांग्रेस सरकार बनाने के लिए भजनलाल को भेजा गया। यह बात अलग है कि भैरोंसिंह शेखावत बाजी मार गए। हरियाणा के तीन लालों के किस्से देश के कौनसे-कोने में मशहूर हैं। तीनों ही लालों ने देश की राजनीति में अपना पूरा योगदान दिया। केन्द्रीय मंत्री मंडल में तीनों से अपना वर्चस्व अलग ही रखा। यहां तक कि अनिल कपूर की एक फिल्म में तीनों लालों के नाम पर कलाकारों के नाम रखे गए।

भजनलाल को हरियाणा की राजनीति का पीएचडी भी कहा जाता रहा है। इस हरफनमौला खिलाड़ी के सामने अच्छों अच्छों के कदम डगमगा जाते थे। ये 77 में देवीलाल के अति बहुमत वाली सरकार गिराने के बाद चर्चा में आए। 2005 में सोनिया गांधी ने भूपेन्द्र सिंह हुड्डा को मुख्यमंत्री बना दिया। इससे खफा होकर भजनलाल ने कांग्रेस ने नाता तोड़ दिया। इससे पूर्व 2004 में भजनलाल ने एक चैलेंज को स्वीकार करते हुए भिवानी लोकसभा सीट से बेटे कुलदीप बिश्नोई को चुनाव लड़ाया। सामने देवीलाल के पोते अजय चौटाला व बंसी लाल के बेटे सुरेंद्र सिंह थे। इस चुनाव में जीत से भजनलाल की पीएचडी की तारीफ हुई। पंजाबी बोली के क्षेत्र व पानी के मुद्दे पर वे पंजाब के आतंकवादियों के निशाने पर भी थे। उनको सरकार ने विशेष सुरक्षा दे रखी थी। जीवन के 81 बसंत देखने के बाद भी वे राजनीति में पूरी तरह से सक्रिय थे।

प्रदेश की राजनीति हुई ‘लाल’ विहीन

चंडीगढ़. 5 दशकों तक प्रदेश की राजनीति देवीलाल, बंसीलाल और भजनलाल के आसपास ही घूमती रही। पहले देवीलाल 2001 में और चौधरी बंसीलाल 28 मार्च 2006 को प्रदेश की जनता का साथ छोड़ गए थे। दोनों की मौत के बाद प्रदेश की जनता के पास भजनलाल ही एक ‘लाल’ बचे थे, जिनके निधन से प्रदेश की राजनीति को बहुत बड़ा झटका लगा है।




केंद्र से राज्य तक कई निर्णय



भजनलाल जैसे धुरंधर नेताओं की राजनीतिक कहानी कभी खत्म नहीं होती बल्कि एक इतिहास बन जाती है। इस हरफनमौला के फैसले आज भी जन-जन, अफसरशाही व राजनेताओं की जुबान पर है। राजीव गांधी सरकार में केंद्र में वन व पर्यावरण मंत्री रहते उन्होंने राजीव गांधी के प्रेरणा से यमुना-गंगा जल शुद्धिकरण का प्लान शुरू किया। यह पर्यावरण की दिशा में उठाया गया उनका बड़ा कदम रहा। उन्हें पर्यावरण प्रेमी कहा जाने लगा।



हिसार में भजनलाल के मुख्यमंत्री रहते अधिकारी रहे एक वरिष्ठ अफसर बताते हैं कि मुख्यमंत्री बनते ही सबसे पहला फैसला सफाई कर्मियों के वेतन में सौ रुपए का इजाफा करने का किया। इससे उन्होंने यह संदेश देने का प्रयास किया वे गरीब हितैषी हैं।



अपना धन अपनी बेटी योजना, एससी वर्ग के ए व बी का बंटवारा। हरियाणा के लिए पेयजल योजना,तीन किलोमीटर के दायरे में स्कूल जैसे निर्णय भजनलाल ने लिए। भजनलाल के करीब आईएएस से सेवानिवृत्त एलएन मेहता बताते हैं कि वे एक खूबी वाले इंसान थे। अधिकारी वर्ग पर खासी पकड़, गरीब हितैषी, संवेदनशीलता उनके मन कूट-कूट कर भरी थी। अधिकारियों के प्रति कभी द्वेष की गांठ नहीं बांधी। इंसानियत इतनी कि उनके घर में विशेष आदेश थे कि कोई बिना चाय-पानी ना जाए।



खासतौर से जब वे घर नहीं रहते थे तो आदेश देकर जाते थे। मुख्यमंत्री रहते सवा पांच बजे उनके घर का दरवाजा खुल जाता था। वे दरवाजा खोलने खुद आते थे। लोगों से मुलाकात का दौर शुरू हो जाता। राजनीति का माहिर यह खिलाड़ी जनता के काम के जरिए दिलों में बस गया। उम्र के तकाजे के कारण बाद में उन्हें दिक्कत आने लगी, हालांकि अंतिम पड़ाव तक उन्होंने अपनी उम्र को राजनीति के निर्णयों मंे आड़े नहीं आने दिया।



गांधी परिवार से थे प्रगाढ़ रिश्ते



गांधी परिवार से भजनलाल के प्रगाढ़ रिश्ते रहे। उनको इंदिरा गांधी ने ही मुख्यमंत्री बनाया,बाद में राजीव गांधी ने अपने केन्द्रीय मंत्री मंडल में सहयोग लिया। गांधी परिवार ने भजनलाल का प्रयोग अन्य राज्यों के लिए भी किया। 91 में राजस्थान में कांग्रेस सरकार बनाने के लिए भजनलाल को भेजा गया। यह बात अलग है कि भैंरोसिंह शेखावत बाजी मार गए।



हरियाणा के तीन लालों के किस्से देश के कौने-कौने में मशहूर हैं। तीनों ही लालों ने देश की राजनीति में अपना पूरा योगदान दिया। केन्द्रीय मंत्रीमंडल में तीनों से अपना वर्चस्व अलग ही रखा। यहां तक कि अनिल कपूर की एक फिल्म में तीनों लालों के नाम पर कलाकारों के नाम रखे गए। भजनलाल को हरियाणा की राजनीति का पीएचडी भी कहा जाता रहा है। इस हरफनमौला खिलाड़ी के सामने अच्छे-अच्छों के कदम डगमगा जाते हैं। ये 77 में देवीलाल के अति बहुमत वाली सरकार गिराने के बाद चर्चा में आए।



गैर जाट सियासत के झंडाबरदार



एक अल्पसंख्य बिश्नोई संप्रदायक से संबद्ध होने के बावजूद हरियाणा जैसे जातिगत समीकरणों वाले प्रदेश में भजनलाल की गिनती पूरे दो दशकों तक गैर जाट समुदाय की सियासत के निर्विरोध चैंपियन के रूप में होती रही। 2004 में बेटे कुलदीप बिश्नोई का भिवानी लोकसभा चुनाव हो या फिर 2009 में खुद का हिसार लोकसभा चुनाव, दोनों ही बार विपरीत हालात व खराब सेहत के बावजूद उन्होंने जिस रणनीति के जरिए जीत हासिल करके विरोधियों को पटखनी दी, वह उनके कौशल की कहानी खुद बयां करती है।



भजन ने पूरे जीवन में न तो कभी हार मानी और न ही आम जनों से दूरी बनने दी। यही कारण है कि 80 साल की उम्र में भी वे लोकसभा चुनाव जीतकर अपनी नई पार्टी की साख बचाने में कामयाब रहे और अंतिम सांस तक सियासत से सन्यास पर विचार तक नहीं किया।



दक्षिण हरियाणा से मिलता रहा सहयोग



रेवाड़ी . हरियाणा प्रदेश में 13 साल तक मुख्यमंत्री बने रहने का पॉलीटिक्ल रिकॉर्ड बरकरार रखने वाले दिग्गज नेता भजनलाल को दक्षिण हरियाणा ने हमेशा सम्मान दिया। सत्ता में इतनी लंबी पारी खेलने की ताकत अगर कहीं से मिली तो यहां से मिली। वजह भजनलाल नॉन जाट नेता के तौर पर जब उभरे तो यहां की जनता ने उन्हें निराश नहीं किया।



यहीं वजह है कि यहां के नेताओं से आज भी भजनलाल से अच्छे संबंध रहे हैं। भजनलाल को दक्षिण हरियाणा में विकास और राजनीति की नजर से देखे तो दोनों आपस में दूरियां बनाती रही हैं। जो विकास भजनलाल करवाना चाहते थे, कोशिश की थी या किसी कारणवश नहीं करवाया पाए उसका मलाल आज भी यहां की जनता को है। सन् 1979 में पहली बार मुख्यमंत्री बने तो यहां की जनता का वोटबैंक सबसे ज्यादा रहा। 1982 से 86 तक सीएम रहे तो दक्षिण हरियाणा के मतदाताओं ने अपने समर्थन का ग्राफ कम नहीं होने दिया। विकास कार्य नहीं हुआ तो नाराजगी भी खुलकर सामने रखी।



भजनलाल ने वायदा किया कि पुरानी गलतियां नहीं दोहराएंगे, जो वायदे किए हैं वह सीएम बनने पर पूरा करेंगे। यहां के मतदाताओं ने फिर विश्वास जताया और राजनीति के गुणा भाग में सबसे ज्यादा अंक देकर सन् 1991 में सीएम बनाने की अपनी अह्म भूमिका को फिर दोहरा दिया। भजनलाल इस बार पुरानी गलती नहीं करना चाहते थे लिहाजा मई 1995 में उन्होंने रेवाड़ी जिले में विकास कार्यो की पांच आधारशिलाएं रखी। मीरपुर में रीजनल सेंट, जिला सचिवालय, कालाका वाटर सप्लाई, धामलावास में पॉलीटैकAीकल कॉलेज और बलियर खुर्द में प्रिटिंग प्रेस की नींव रखी। सरकार बदलते ही विकास कार्यो ने भी अपने चेहरे बदल लिए।



वर्तमान में रीजनल सेंटर, कालाका वाटर सप्लाई और जिला सचिवालय जैसे तैसे बन गए लेकिन धामलावास की 22 एकड़ जमीन आज भी कॉलेज के आने का इंतजार कर रही है। बलियर खुर्द में प्रिटिंग प्रेस की जगह 66 केवी पॉवर हाऊस ने ले ली। इसके अलावा यहां की जनता को भजनलाल के शासनकाल का कोई बड़ा विकास कार्य याद नहीं है।



कांग्रेस छोड़ने के बाद और लगातार गिरते स्वास्थ्य की वजह से यहां के क्षेत्रीय नेताओं ने भी इस नेता से दूरियां बनानी शुरू कर दी। नतीजा हजकां को आज भी अपनी राजनीति जमीन तैयार करने में अच्छी खासी मशक्कत करनी पड़ रही है। इसके बावजूद दक्षिण हरियाणा का एक तबका आज भी इस नेता की वर्क स्टाइल और मिलनसार स्वभाव को सलाम करता है। कुल मिलाकर भजनलाल की राजनीति पर जब भी चर्चा होगी उसमें अहीरवाल की भूमिका को सबसे महत्वपूर्ण माना जाएगा।



दुश्मन-दोस्त में नहीं था फर्क



नारनौल. चौधरी भजनलाल के साथ उनके मुख्यमंत्री रहते 5 वर्षो तक मैंने बतौर ड्राइवर काम किया। हालांकि चौधरी देवीलाल, बनारसीलाल गुप्ता, ओमप्रकाश चौटाला, मा. हुकमसिंह, चौधरी बंसीलाल की भी मुख्यमंत्री के तौर पर सेवा करने और गाड़ी चलाने का मुझे मौका मिला। भजनलाल जी की विशेषता यह थी कि उनके पास जब भी कोई आदमी अपनी समस्या लेकर पहुंचता था तो वे उसका समाधान जरूर करवाते थे। काम करवाने में अपने और पराये का भेद उन्होंने कभी नहीं रखा।



कई बार चापलूस किस्म के लोग चौधरी भजनलाल को बताते भी थे कि फलां व्यक्ति ने हमें कभी वोट नहीं दिया या उसने हमारी खिलाफत भी है तो भी चौधरी भजन लाल ने किसी का काम नहीं रोका। उनका कहना था कि अगर किसी पिता ने हमारा साथ नहीं दिया तो उसके पुत्रों को दोषी नहीं ठहराया जा सकता। वे अक्सर कहां करते थे जो आज हमारा नहीं है, कल जरूर हमारा हो जाएगा। इसलिए दुश्मन को भी दोस्त बनाना चाहिए। भजन लाल जी की एक विशेषता यह भी थी कि वे पूजा पाठ रोजाना करते थे। सुबह पांच बजे से आठ-नौ बजे तक लोगों से मिलना और उसके बाद कम से कम एक घंटा पूजा करने में लगाना, उनकी दिनचर्या में शामिल था। जसमा देवी का भी धार्मिक कामों में पूरा सहयोग भजन लाल देते थे। उनके घर में एक ऐसा दीपक भी था जो दिनरात जलता रहता था।



भजनलाल के पूर्व ड्राइवर, शिवनारायण मोरवाल, गांव सुराना, नारनौल।

जहां से चाहा वहीं से जीते,

सोनीपत. राजनीति में पीएचडी कहे जाने वाले भजनलाल ने जहां से चाहा वहीं से चुनाव जीता। बस करनाल के लोगों ने उनका यह रिकार्ड तोड़ दिया था। वे करनाल, हिसार और फरीदाबाद से सांसद बने थे। जबकि आदमपुर से हमेशा विस का चुनाव जीतते रहे। राजनीति के तगड़े हरफनमौला खिलाड़ी भजनलाल ने प्रदेश की राजनीति में जो चाहा वही किया। वे प्रदेश के हर कोने से चुनाव जीतने में समक्ष थे।




यह कारनामा उन्हें करके भी दिखाया। वे करनाल और फरीदाबाद से भी लोकसभा का चुनाव जीते। जीवन में सिर्फ एक चुनाव करनाल से हार गए थे। जिसका मलाल उन्हें हमेशा रहा। पंचायत समिति हिसार से सदस्य के रूप में अपना राजनीतिक कैरियर शुरू करने वाले भजनलाल 1962 में ब्लाक समिति के सदस्य चुने गए थे। इसी प्लान में चेयरमैन बने। उन्होंने आदमपुर से 1968 मे पहला विधानसभा चुनाव जीता और उसके बाद वे जीतते ही चले गए।



यह उनका रुतबा ही था कि उन्होंने जिसे चाहा उसे ही आदमपुर से चुनाव जिताया। उन्होंने 1987 में अपनी पत्नी जस्मा देवी को विधायक बनाया। उसके बाद 1988 में उन्होंने अपने छोटे बेटे कुलदीप बिश्नोई को विधानसभा में भेजा। उन्होंने फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र से 1989 में सांसद का चुनाव लड़ा और जीत गए। उसके बाद उन्होंने 1998 में करनाल लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा, उन्हें भारी जीत मिली, लेकिन वे 1999 में करनाल से हार गए। उनके करियर में यह पहली और आखिरी हार थी।



चंद्रमोहन को भी बना दिया विधायक



भले ही चंद्रमोहन राजनीति में कामयाब साबित नहीं हुए हो, लेकिन उन्होंने उन्हें छोटी उम्र में ही विधायक बनाया। कालका विस क्षेत्र से चंद्रमोहन ने 1993 में उपचुनाव जीता था। उसके बाद वे 1996, 2000, 2005 में कालका सीट से ही विधायक बने। फिजा प्रकरण के बाद चंद्रमोहन को कांग्रेस ने 2009 के आम चुनावों में टिकट नहीं दिया था।



मारवाड़ से था गहरा लगाव



जोधपुर. हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री एवं अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के संरक्षक भजनलाल बिश्नोई का मारवाड़ से गहरा लगाव था। 1860 में उनके पूर्वज फलौदी तहसील के मोरिया मूंजासर गांव से पंजाब प्रांत के बहावलपुर (अब पाकिस्तान में) पलायन कर गए थे, लेकिन वे अपने पुरखों की धरा को कभी नहीं भूले। वे जब भी राजस्थान के दौरे पर आए तो पूर्वजों के गांव जाना नहीं भूलते थे। पहले वे कपड़े का व्यापार करते थे। उनका मारवाड़ में आना-जाना लगा रहता था।



मारवाड़ से उनके लगाव का इससे भी पता चलता है कि वे परिचितों से कई बार पूछते रहते थे कि यहां इस बार बारिश और फसलों की क्या स्थिति है। बीकानेर मुकाम में ही उन्हें बिश्नोई रत्न की उपाधि से नवाजा गया था। गत वर्ष 2 मई को मूंजासर गांव में जंभेश्वर मंदिर के लोकार्पण समारोह में उनका आने का कार्यक्रम बना था, लेकिन स्वास्थ्य कारणों से वे नहीं आ सके।



यहां वे आखिरी बार वर्ष 1995 में आए थे। लोगों के बार-बार आग्रह पर 28 से 30 अक्टूबर तक मुकाम (बीकानेर) में बिश्नोई समाज की स्थापना के 525 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित रजत जयंती समारोह में उन्होंने शिरकत की थी। राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष रहे स्व. पूनमचंद विश्नोई, पूर्व मंत्री स्व. रामसिंह विश्नोई व सांचौर के पूर्व विधायक हीरालाल विश्नोई से उनके घनिष्ठ संबंध थे।



आखिरी बार जोधपुर वे रामसिंह विश्नोई के निधन पर आए थे। इससे पहले उन्होंने 15 से 17 जनवरी 1981 को जोधपुर के टाउन हॉल में अखिल भारतीय बिश्नोई जीव रक्षा सभा की ओर से आयोजित पर्यावरण में जन भागीदारी विषयक राष्ट्रीय सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की थी। उस समय वे केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री थे। मारवाड़ में विश्नोई समाज के विकास में उनकी अहम भूमिका रही है। उनके कार्यकाल में ही खेजड़ली गांव में शहीद स्मारक बनाया जा सका। इसके अलावा बीकानेर के मुकाम में मुक्तिधाम व दिल्ली में दस करोड़ की लागत से छात्रावास भी बनाया।

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल का निधन

हिसार। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल का निधन हो गया है। वे 77 वर्ष के थे। गुरुवार की दोपहर दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हुआ। भजनलाल कांग्रेस के कद्दावर नेताओं में से एक रहे हैं। पिछले चुनाव में मुख्यमंत्री न बनाए जाने से नाराज होकर उन्होंने अपने पुत्र कुलदीप बिश्नोई के साथ मिलकर अलग पार्टी (हरियाणा जनहित कांग्रेस) बना ली थी।
पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक आज अचानक भजनलाल को दिल का दौरा पड़ गया। उन्हें स्थानीय रविंद्र गुप्ता अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक ने भजनलाल को दिल के दौरे के अतिरिक्त ब्रेन हैमरेज की भी आशंका व्यक्त की थी। उन्होंने बेहतर इलाज के लिए भजनलाल को दिल्ली ले जाने की सलाह दी थी लेकिन दिल्ली पहुंचने से पहले ही उन्होंने दम तोड़ दिया।

भजनलाल दो बार हरियाणा के सीएम रहे हैं। पहली बार 1979 से 1985 तक तो दूसरी बार 1991 से 1996 तक। राजीव गांधी सरकार में वे केंद्रीय कैबिनेट के सदस्य भी रहे। भजनलाल के दो पुत्र हैं। एक कुलदीप बिश्नोई और दूसरे चंद्रमोहन !